दुबई दुनियाभर के सैलानियों के लिए एक सपनों का शहर माना जाता है। अपनी अत्याधुनिक इमारतों, शानदार शॉपिंग मॉल्स, जगमगाती नाइटलाइफ़ और बुर्ज खलीफा जैसी विश्वप्रसिद्ध जगहों के साथ-साथ, यह शहर सोने के लिए भी खास तौर पर जाना जाता है। अपने मशहूर गोल्ड मार्केट्स के चलते इसे ‘सिटी ऑफ गोल्ड’ कहा जाता है।
दुबई में कहां से आता है सोना?
यह जानकर हैरानी हो सकती है कि दुबई में एक भी सोने की खान नहीं है। यहां जो चमचमाता हुआ सोना दिखता है, वह मुख्यतः अफ्रीकी देशों, तुर्की, स्विट्जरलैंड और रूस से आता है। इन देशों से लाया गया सोना रिफाइन कर के दुबई में बेचा जाता है, और फिर यह भारत और चीन जैसे देशों को निर्यात किया जाता है, जहां सोने की खपत सबसे अधिक है।
सोने की शुद्धता कैसे मापते हैं?
दुबई में सोने की गुणवत्ता कैरेट में मापी जाती है। 24 कैरेट का मतलब होता है पूरी तरह शुद्ध सोना। वहीं 22, 21 और 18 कैरेट में अन्य धातुओं की कुछ मात्रा मिली होती है। पश्चिमी देशों में इसे फाइननेस (Fineness) स्केल पर मापा जाता है, जैसे कि 24 कैरेट = 1.000 फाइननेस, 22 कैरेट = 0.9166, 21 कैरेट = 0.875 और 18 कैरेट = 0.750।
दुबई में सोने की कीमत क्या है?
दुबई ज्वेलरी ग्रुप (DJG) के अनुसार, 23 जुलाई को दुबई में 24 कैरेट सोना 1 ग्राम के लिए 405.25 AED यानी करीब 9,523 रुपये था। वहीं भारत में उसी दिन यही सोना लगभग 9,888 रुपये प्रति ग्राम के आसपास था। 22 कैरेट की कीमत AED 375.25, 21 कैरेट की AED 359.75 और 18 कैरेट की AED 308.50 रही।
अगर कोई दुबई से करीब 20 ग्राम यानी 2 लाख रुपये का सोना खरीदता है, तो उसे भारत की तुलना में लगभग 7,000 रुपये की बचत हो सकती है। उल्लेखनीय है कि 2025 में पहली बार 23 जुलाई को भारत में सोने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंची थी।
दुबई से कितना सोना ला सकते हैं?
भारतीय नियमों के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति छह महीने से अधिक समय तक विदेश में रहा है, तो वह अधिकतम 1 किलोग्राम तक सोना ला सकता है, बशर्ते कस्टम डिक्लेरेशन और ड्यूटी का भुगतान किया गया हो। महिलाएं बिना कस्टम ड्यूटी के 40 ग्राम या 1 लाख रुपये तक और पुरुष 20 ग्राम या 50,000 रुपये तक का सोना ला सकते हैं। 15 साल से कम उम्र के बच्चे भी 40 ग्राम तक के आभूषण ला सकते हैं, जिसकी कीमत 1 लाख रुपये तक हो सकती है।
क्या वाकई दुबई में सोना सस्ता है?
दुबई में सोने की कीमत भारत की तुलना में कम होती है क्योंकि वहां टैक्स बहुत कम है। सोने पर वहां कोई जीएसटी नहीं लगाया जाता, केवल 5% वैट लगता है, जिसे विदेशी पर्यटक समयसीमा के भीतर क्लेम कर के वापस पा सकते हैं। इससे कुल लागत और कम हो जाती है।
कस्टम ड्यूटी कितनी लगती है?
- पुरुष: 20–50 ग्राम तक पर 3%, 50–100 ग्राम पर 6%, 100 ग्राम से अधिक पर 10%
- महिलाएं और बच्चे: 40–100 ग्राम तक पर 3%, 100–200 ग्राम पर 6%, 200 ग्राम से अधिक पर 10%
अगर सोना कमर्शियल उद्देश्य से भारत लाया जाता है तो उस पर GST, कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर सेस (AIDC) और IGST जैसे अतिरिक्त शुल्क भी लगते हैं, जिससे इसकी लागत और बढ़ जाती है।