राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड (Udaipur Kanhaiyalal Murder Case) में शामिल 7 आरोपियों में से 4 को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. 3 को पुलिस रिमांड पर एनआईए को सौंपा गया है. NIA ने मंगलवार को सभी सातों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. इसी बीच बड़ी खबर यह कि मृतक कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी के आदेश गहलोत सरकार की ओर से जारी कर दिए गए हैं. तरुण और यश को कनिष्ठ सहायक पद पर नौकरी मिली है. राज्य सरकार ने नियमों में संशोधन कर दोनों के लिए नौकरी का प्रावधान किया था.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब उदयपुर हत्याकांड के पीड़ित के परिजनों से मिलने आए थे, तब उन्होंने मृतक कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था. बाद में 6 जुलाई को कैबिनेट बैठक में दोनों बेटों को नौकरी देने को मंजूरी दी गई थी. नियमों में संशोधन को लेकर कैबिनेट ने अपनी मुहर लगाई थी. राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद परिवार को प्रदान की गई थी.
बेरहमी से की गई थी कन्हैयालाल की हत्या
गौरतलब है कि उदयपुर में बीते 28 जून को टेलर कन्हैयालाल की धारदार हथियारों से उसकी ही दुकान पर दो मुस्लिम युवकों ने निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी थी. देशभर में इस हत्याकांड को लेकर आक्रोश देखने को मिला था. घटना के बाद राजस्थान में माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते प्रदेशभर में पूरे एक माह के लिए धारा-144 लगा दी गई थी. पूरे प्रदेश में इंटरनेट पर भी पाबंदी लगा दी गई थी.