बारां। शुक्रवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जिले के दौरे के दौरान जिला परिषद सभागार में जनसुनवाई की। इस दौरान उस समय एक दिलचस्प स्थिति उत्पन्न हो गई जब एक छात्रा ने उनसे अंग्रेजी में सवाल पूछना शुरू कर दिया। मंत्री दिलावर ने हाथ जोड़कर और कान पकड़ते हुए विनम्रता से छात्रा से हिंदी में बात करने को कहा। उन्होंने कहा, “मुझे अंग्रेजी नहीं आती, कृपया हिंदी में बात करें।”
छात्रा, जिसने अपना परिचय दामिनी हाड़ा के रूप में दिया, ने मंत्री से अंग्रेजी में स्कूलों की स्थिति पर सवाल किया था। जब मंत्री ने अंग्रेजी समझने में असमर्थता जताई, तो छात्रा ने पलटकर कहा, “आप राज्य के शिक्षा मंत्री हैं।”
मंत्री ने स्पष्ट किया कि वे ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और अंग्रेजी पर उनकी पकड़ नहीं है। यह पूरा संवाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिस पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इसे शिक्षा व्यवस्था पर सवाल बताया है।
बाद में दामिनी ने हिंदी में अपनी बात रखते हुए सरकारी स्कूलों की स्थिति पर सवाल उठाया। उसने कहा कि उसके माता-पिता उसे निजी स्कूल में भेजते हैं, लेकिन कई बच्चे ऐसे स्कूलों में पढ़ रहे हैं जहां बुनियादी सुविधाओं की कमी है और अब तक कोई सुधार नजर नहीं आया है।
इस जनसुनवाई में मंत्री दिलावर ने कुल 182 शिकायतें सुनीं। कुछ मामलों में मौके पर ही राहत भी दी गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की समस्याओं का समय पर समाधान हो और किसी भी प्रकार की लापरवाही या टालमटोल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनसुनवाई में पानी की समस्या, रास्ता खुलवाने, अतिक्रमण हटाने, बिजली आपूर्ति, पेंशन में देरी, शिक्षकों के तबादले, अवैध कब्जे और साफ-सफाई जैसे मुद्दे प्रमुखता से उठे। इस दौरान विधायक डॉ. ललित मीणा, जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, एसपी राजकुमार चौधरी और सीईओ राजवीर सिंह चौधरी भी मौजूद रहे।