पार्टी छोड़कर गए नेताओं को नहीं लेंगे वापस, शरद-उद्धव की दो टूक

महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए को झटका लगा है, जबकि कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की विपक्षी पार्टियों के गठबंधन महाविकास अघाड़ी को बड़ी बढ़त मिली है. लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद विपक्षी महाविकास अघाड़ी नए जोश के साथ मैदान में उतरा है और एकजुट होकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. दूसरी ओर, लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद एनसीपी अजित गुट के नेताओं के फिर से एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की पार्टी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी, लेकिन एनसीपी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने शनिवार को प्रेंस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि पार्टी छोड़ने वालों को वापस लेने का सवाल ही नही है.

बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को करारी शिकस्त मिली है. भाजपा और उसके सहयोगियों को 17 सीटें मिलीं. 2019 के मुकाबले भाजपा की सीटों की संख्या आधी से भी कम रह गई, जबकि कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की विपक्षी महा विकास अघाड़ी ने 48 में से 30 सीटें जीतीं.

चुनाव में भाजपा ने नौ सीटें जीतीं, जो राज्य में 2019 के लोकसभा चुनावों में जीती गई 23 सीटों से काफी कम है. इसकी सहयोगी शिवसेना ने सात सीटें जीतीं. एक अन्य सहयोगी, अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने एक सीट हासिल की. उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार को बारामती में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले से हार का सामना करना पड़ा, हालांकि एनसीपी ने सुनेत्रा पवार को राज्यसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया है.

पार्टी छोड़कर जाने वालों की वापसी नहींः पवार

शनिवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि पार्टी छोड़ने वालों को वापस लेने का सवाल ही नहीं है. महा विकास अघाड़ी नेताओं के एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दिया और कहा कि जहां भी नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया, वहां विपक्षी पार्टी ने जीत हासिल की.

शरद ​​पवार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे लोग बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेंगे. इसका अब सवाल ही नहीं उठता है. इस सम्मेलन में शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण भी शामिल हुए.

अपने भतीजे अजित पवार और पार्टी के कुछ नेताओं के एनसीपी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा कि पार्टी छोड़कर जाने वालों को वापस नहीं लिया जाएगा.

हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में पारनेर के विधायक नीलेश लंके ने अजित पवार गुट से शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट में शामिल होकर अहमदनगर से मौजूदा भाजपा सांसद सुजय विखे पाटिल को हराकर जीत हासिल की थी. इसी तरह बजरंग सोनावणे ने भी अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी छोड़ दी और एनसीपी (एसपी) के टिकट पर बीड से लोकसभा चुनाव लड़ा. उन्होंने पूर्व राज्य मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पंकजा मुंडे को हराया.

एकजुट होकर लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

इस अवसर पर उद्धव ठाकर ने कहा कि महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. सभी शहरों में बीएमसी और नगर निगम के चुनाव होने हैं. लोगों ने जागरूकता के साथ मतदान किया है. हमारी प्राथमिक बैठक हो चुकी है। हम सभी दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ेंगे.

इस अवसर पर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा वे सभी लोग महाराष्ट्र की जनता का धन्यवाद करने और सभी के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए एक साथ आए हैं. महाराष्ट्र की जनता ने एमवीए उम्मीदवारों को विजयी बनाया है.

बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पहली बार विपक्षी पार्टियों की बैठक हुई. बैठक में कांग्रेस, एनसीपी (एसपी) और उद्धव ठाकरे गुट के नेताओं ने साफ कर दिया है कि जिस तरह से लोगों ने लोकसभा चुनाव में हमें वोट दिया, वैसा ही प्यार हमें विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा और अब महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होगा.

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