एक बंगला बने न्यारा !

सच्चे समाजवादी सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सन् 2027 को होने वाले चुनावी महाभारत के मद्देनजर आजमगढ़ को कुरुक्षेत्र का मैदान मानते हुए अपना मजबूत किला बना लिया है। ढाई एकड़ क्षेत्रफल में बने अखिलेश जी के इस घर का नाम पीडीए यानी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक भवन रखा गया है। कुछ दिनों पहले कथा विवाद में ब्राह्मणों को खरी-खोटी सुनाने के बाद अपने मकान की गृह प्रवेश पूजा के लिए बनारस से ब्राह्मण बुला लिए और उन्हें दान दक्षिणा भी खूब दी। पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि अखिलेश को ब्राह्मणों से इतनी नफरत थी तो गृह प्रवेश का अनुष्ठान यादवों से क्यों नहीं काराया।

अखिलेश यादव के आजमगढ़ वाले नये बंगले में हजारों पीडीए वालों की सभा हो सकती है, मीटिंग हॉल में हजारों लोगों के बैठने की व्यवस्था है और नये बंगले के मैदान में हेलीकॉप्टर उतरने की सुविधा भी है।

सपा या पीडीए वाले भले ही छोटे-मोटे मकानों या झोपड़ी में रहते हों, उनके नेताओं के आशियाने बड़े और शान-शौकत के होने चाहिए। नेता जी के बंगलों में भी हेलीकॉप्टर उतरते थे। बहरहाल गृह प्रवेश के मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि मकान मेरा नहीं, पीडीए का है और पीडीए के जरिये हम उत्तर प्रदेश की सत्ता कब्जा लेंगे। किन्तु बुरी खबर यह है कि जो 5 ब्राह्मण गृह प्रवेश की पूजा कराने आजमगढ़ गये थे, अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा ने विशेष बैठक कर, उन्हें समाज से बहिष्कृत कर दिया गया है।

हाजी पीर हजरत छांगुर बाबा जी !

जी हां, यह धोखेबाज, राष्ट्रद्रोही जमालुद्दीन वल्द करीमउल्लाह शाह साकिन गांव रेहरा माफी मधपुर, तहसील उतरौला जिला बलरामपुर का फर्जी नाम है। छांगुर पीर बाबा का रूप बनाने से पहले उसने चांद औलिया दरगाह बनाई। खुद को इस्लाम का मुरीद होने का प्रचार किया । बड़ी संख्या में अपने चेले बनाये। शिजर-ए-तैय्यबा शीर्षक की किताब के जरिये इस्लाम का प्रचार शुरू किया। इसी के साथ 80 लोगों का गिरोह तैयार किया जो गरीब ब्राह्मण, क्षत्रिय तथा पिछड़ी दलित जातियों की तलाकशुदा विधवा, गरीब औरतों व पुरुषों को झांसा देकर, लालच देकर या धमका के उन्हें मुसलमान बनाता था। गैंग के सदस्य हिन्दू नाम रखकर संबंध बनाते, फिर निकाह करते। जमालुद्दीन ने भी ऐसे ही एक हिन्दू लड़की से निकाह कर उस‌का नाम रेहरा बेगम रख लिया। जमालुद्दीन गैंग में उसका बेटा भी शामिल। लखनऊ की गुंजा गुप्ता को अबू अंसारी ने अमित नाम बता कर झांसा दिया, इस्लाम धर्म ग्रहण कराया। एटीएस प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि 50 हजार के इनामी जमालुद्दीन के 40 बैंक खाते हैं जिनमें 100 करोड रुपये का लेनदेन हुआ। मुस्लिम देशों से आया पैसा टेरर फंडिंग में भी गया। गैंग के सदस्य कई मुस्लिम देशों की यात्रा भी कर आये हैं।

साफ है सेक्युलरिज्म की छतरी के तले यह सब चल रहा था। नवीनतम खबर यह है कि बुल्डोजर ने जमालुद्दीन उर्फ पीर हजरत छांगुर बाबा का शीशमहल ध्वस्त कर दिया है।

गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’

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