दुनिया भर में सड़क दुर्घटनाएं एक गंभीर समस्या बनी हुई हैं, जिससे हर साल लगभग 12 लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं और करीब 5 करोड़ लोग घायल हो जाते हैं। वैश्विक आंकड़ों के अनुसार, हर चार में से एक मौत पैदल चलने वालों और साइकिल चालकों की होती है। विशेष रूप से 5 से 29 साल के युवा और 18 से 59 साल के कामकाजी लोग इसका शिकार बनते हैं।
सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों में से आधे से अधिक लोग पैदल यात्री, साइकिल और मोटरसाइकिल चालक होते हैं। ग्लोबल स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार, सालाना होने वाली कुल मौतों में 21% पैदल यात्रियों और 5% साइकिल चालकों की होती है। इनकी संख्या तीन लाख से अधिक है।
शहरीकरण और सड़क सुरक्षा
2011-2020 के बीच पैदल यात्रियों की मौत में थोड़ी कमी देखी गई है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित आठवें ग्लोबल रोड सेफ्टी वीक में कहा गया कि पैदल और साइकिल चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकारों को ठोस कदम उठाने होंगे। अनुमान है कि 2030 तक दुनिया की 70% आबादी शहरों में बस जाएगी, जिससे यातायात का दबाव और बढ़ेगा।
यूएन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य
संयुक्त राष्ट्र ने 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों और चोटों की संख्या को आधा करने का लक्ष्य रखा है। सरकारें पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखते हुए साइकिलिंग और पैदल यात्रा को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत संरचना में सुधार कर रही हैं। यह पहल सड़क सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।