जालंधर में होंडा एजेंसी मैनेजर समेत 4 पर FIR

जालंधर में चार लोगों ने 10 हजार का सरकारी लोन दिलाने के बहाने एक महिला के नाम पर 3 एक्टिवा फाइनेंस करा ली। इसकी पोल तब खुली, जब कूरियर से महिला के घर तीनों की RC पहुंची। इसके बाद महिला ने आरोपियों से पूछा तो वो धमकाकर कहने लगे कि अपना घर छोड़ दे और मोबाइल नंबर बदलकर कहीं और रहने लग जा। डरी महिला ने तुरंत इसके बारे में पुलिस को शिकायत कर दी। आरोपियों में होंडा एजेंसी के मैनेजर भी शामिल है। पुलिस ने जांच के बाद सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

सुंदर नगर मोहल्ले की रहने वाली मंजू देवी ने बताया कि मोहल्ला गुरुनानक पुरा की रहने वाली रणजीत कौर ने 5 साल पहले उसका लोन कराया था। कोरोना लॉकडाउन की वजह से बेटे का काम ठप हुआ तो उसे और रुपयों की जरूरत थी। इसके लिए उसने रणजीत कौर से संपर्क किया। रणजीत कौर ने उसे किसी सरकारी स्कीम के बारे में बताते हुए कहा कि वह 10 हजार का लोन करा देगी। जिसे प्रतिमाह एक हजार रुपए के हिसाब से वापस लौटाना होगा।

सरकारी लोन का इंतजाम कह बुलाया, बैंक खाता खुलवा चैकों पर अंगूठा लगवाया

अगले दिन रणजीत कौर ने उसे अपने पास बुलाकर कहा कि उसके लिए सरकारी लोन का इंतजाम हो गया है। इसके लिए उसे आधार कार्ड से जनधन बैंक खाता खुलवाना होगा। जिसके बाद उसे लोन मिलेगा और वापस नहीं करना पड़ेगा। रणजीत कौर खुद उसके साथ लांबड़ा में केपिटल बैंक गई और खाता खुलवा दिया। मंजू देवी ने कहा कि वह अनपढ़ है। बैंक खाता खोलने के बाद चेक बुक मिली तो रणजीत कौर ने उसमें चेकों पर उसका अंगूठा लगवा लिया। उसी दिन रणजीत कौर उसे लांबड़ा में जीएस होंडा एजेंसी में ले गई। वहां पहले ही एजेंसी का मैनेजर बलविंदर सिंह, एलएनटी फाइनेंस कर्मी राहुल गुगलानी व सन्नी मौजूद थे।

नई स्कूटी के आगे खड़े होकर खिंचवाई फोटो

वहां उन्होंने जबरन उसे एक नई स्कूटी के आगे खड़ा किया और फोटो खींचने लगे। जब उसने विरोध किया तो उन्होंने कहा कि अगर सरकारी लोन लेना है तो ऐसा करना पड़ेगा। उसे चुपचाप फोटो खिंचवाने के लिए कहने लगे। एक्टिवा के साथ फोटो खिंचवाने के बाद उसे साढ़े 4 हजार रुपए पकड़वा दिए गए। इसके बाद रणजीत कौर व सन्नी उसे जालंधर बस स्टैंड ले गए। वहां एक और एक्टिवा के साथ उसकी फोटो खींची और 5 हजार रुपए देकर उसे लौटा दिया।

जबरन फाइल पर लगवाया अंगूठा, किश्तें टूटी तो कर्मचारी घर आए

इसके बाद लांबड़ा एजेंसी में उससे जबरन एक फाइल पर अंगूठे लगवा लिए। रणजीत कौर ने उसके मोबाइल से सिम कार्ड निकाल लिया। जो उसने एक हफ्ते बाद लौटाया। अप्रैल महीने के अंत में कूरियर से उसके घर एक्टिवा की तीन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) आई। तब उसे पता चला कि उसके नाम पर तीन स्कूटी फाइनेंस कराई गई हैं। इनमें एक एलएनटी फाइनेंस, दूसरी ICICI बैंक और तीसरी IDFC बैंक से लोन वाली थी। फिर उसके घर बैंक के कर्मचारी टूटी किश्तें लेने के लिए आने लगे। जिसके बाद उसने आरसी की कॉपी व पूरे रिकॉर्ड समेत पुलिस को शिकायत कर दी। इनमें उसे एलएनटी फाइनेंस कंपनी से एक एक्टिवा का 71,471 रुपए फाइनेंस कराने का पता चला।

पहले महिला को धमकाया, फिर बेटे ने RC नहीं दी तो की मारपीट

जब उसने इसके बारे में रणजीत कौर को फोन पर पूछा कि उसके नाम पर 3 स्कूटी किसने फाइनेंस कराई तो वह धमकी देने लगी कि अपना घर छोड़कर कहीं और चली जा। उसने मोबाइल से सिम कार्ड निकालकर उसे फेंकने के लिए कहा। अगर ऐसा न किया तो उसे जान से मार देंगे। इसके बाद उसके बेटे पंकज को घर के बाहर बुलाकर RC देने को कहा। पंकज ने इनकार कर दिया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की।

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