मुजफ्फरनगर: दिल्ली- देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंसूरपुर के समीप ग्राम हुसैनपुर बोपाड़ा स्थित मानवता धाम पर सन्त शिरोमणि ब्रह्मनिष्ठ सत श्री गुरु महेन्द्रपाल सिंह जी के निर्वाण दिवस पर सर्वधर्म सभा व श्रद्धांजलि संस्कार सेवा दिवस मनाया गया।
उल्लेखनीय है कि नेशनल हाईवे पर मंसूरपुर के समीप हल्दीराम रेस्तरां के बराबर से बोपाड़ा गांव को जाने वाली सड़क पर गुरु महाराज ने अपने जीवनकाल में मानवता धाम आश्रम की स्थापना की थी। अपने जीवित रहते ही अपने और अपने परम् शिष्य इंजीनियर कन्हैयालाल जी के समाधि स्थलों का निर्माण करा दिया था। गुरुजी आश्रम में अपने शिष्यों, भक्तों को ज्ञान योग, भक्ति योग, कर्मयोग का अभ्यास व सन्देश देते थे। यहीं, हवन-यज्ञ, भंडारा व वस्त्र वितरण करते थे। यहीं उनका कर्मयोग भी चलता था। सर्वधर्म का सम्मान करने वाले महान् सन्त की तपस्थली पवित्र भूमि के रूप में जानी जाती है।
मंगलवार 5 दिसंबर को इस पुण्यभूमि पर उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब व दिल्ली आदि दूरस्थ स्थानों तथा आस-पास के ग्रामों-नावला, हुसैनपुर बोपडा, पुरबालियान, सौंटा, मंसूरपुर, मंसूरपुर मिल, जौहरा, नरा-जड़ौदा, सोरम, फहीमपुर, बेगरज़पुर आदि से गुरु महाराज के भक्तजन हज़ारों की संख्या में अपनी हाजरी दर्ज कराने व श्रद्धांजलि अर्पित करने उपस्थित हुए।
बोपाड़ा आश्रम ट्रस्ट के अध्यक्ष व गुरु महाराज के छोटे पुत्र डॉ. अशोक सिंघल ने कार्यक्रम का शुभारम्भ ध्वजारोहण से किया। सर्वधर्म सभा में अपर जिला अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह ने मानव धर्म के महत्व का सरल शब्दों में बखान किया और कहा कि गुरु महाराज की ऊर्जा की शक्ति आश्रम में विराजमान है जो सब का प्रेरणा स्रोत है। इस्लाम, जैन, सिख व मसीह धर्मावलंबियों ने भी विचार रखे।
इस अवसर पर समाजवादी चिन्तक व वैश्य सभा के पूर्व अध्यक्ष सत्यवीर अग्रवाल ने वैश्य समाज से गुरु महाराज का अनुसरण करने का आह्वान किया। उनके सुपुत्र एडवोकेट तरुण गोयल ने कार्यक्रम का संचालन किया। डॉ. अशोक सिंघल व गुरु परिवार की ओर से 500 से अधिक स्त्री, पुरुषों व बच्चों को नये गर्म वस्त्र वितरित किये गये। इससे पूर्व गुरु महाराज की लीलाओं व उनके विचारों से संबधित पुस्तिका का विमोचन हुआ।
गोविन्द वर्मा