मुजफ्फरनगर में शहर कोतवाली क्षेत्र के बुढ़ाना मोड़ स्थित गांव खांजापुर में आयुष्मान अस्पताल के संचालक ने किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। मृतक ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसकी पुलिस जांच चल रही है।
मूल रूप से जनपद मेरठ के थाना सरूरपुर के रहने वाले डॉक्टर मोहित गिल (36) पुत्र मामचंद बीएमएस फिजिशियन चिकित्सक थे। लगभग ढाई वर्ष पूर्व उन्होंने शहर कोतवाली क्षेत्र के बुढ़ाना मोड़ के निकट गांव खांजापुर के पास पीनना निवासी रिश्तेदार के साथ आयुष्मान के नाम से अस्पताल खोला था। डॉक्टर मोहित गिल खांजापुर में एक किराए के मकान में अपनी पत्नी शिवानी, नौ वर्षीय बेटे कान्हा और चार वर्षीय बेटी वैष्णवी के साथ रहते थे।
मोहित गिल की पत्नी शिवानी भी अस्पताल में एएनएम हैं।शहर कोतवाली प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि खांजापुर वाला मकान डाक्टर मोहित ने खाली कर दिया था। कुछ सामान बाकी था। उनका परिवार नए किराए के मकान में गउशाला रोड पर था और डॉक्टर मोहित खांजापुर स्थित मकान पर थे। इसी दौरान उन्होंने पेंट करने में प्रयुक्त की जाने वाली शंडली पर चढ़कर छत के कुंडे में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। परिजन वहां पहुंचे तो उन्होंने यह सूचना पुलिस को दी थी।
पुलिस ने बताया कि कुछ दिनों पहले डॉक्टर मोहित बिना बताए कहीं चले गए थे। संभवत: डाक्टर पर कर्ज भी था। सीओ सिटी आइपीएस व्योम बिंदल ने बताया कि डॉक्टर ने आत्महत्या की है। मौके पर मिले सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पत्नी ने अस्पताल के साझेदार पर लगाया आरोप
डॉक्टर मोहित की पत्नी शिवानी ने अस्पताल के साझेदार संचालक पर धोखा करने का आरोप लगाया। शिवानी का कहना था कि इसी कारण उनके पति डिप्रेशन में चले गए थे। उनके पति को मानसिक रूप से से प्रताड़ित किया गया है। तब उनके पति ने ऐसा कदम उठाया। आरोपी रिश्तेदार है। उन्होंने उनके साथ हाथापाई व गाली गलौज भी की। हमने बर्दाश्त किया लेकिन पति सहन नहीं कर पाए।
मृतक डॉक्टर ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें लिखा गया कि वह अस्पताल की तरफ से परेशान था। उसकी मौत का कारण अस्पताल से अलग करना है। संभवत: अस्पताल के मालिक से विवाद चल रहा था। सुसाइड नोट में लिखे तथ्य के बारे में जांच कराई जा रही है। – सत्यनारायण प्रजापत, एसपी सिटी