मुजफ्फरनगर। सिखेड़ा क्षेत्र के निराना गांव में फैक्टरी द्वारा प्रदूषण फैलाने के मामले का राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने संज्ञान लिया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से साइट का दौरा कर दो महीने के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
निराना गांव के निवासी कैंसर पीड़ित बाबर अली ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण में प्रार्थना देकर अवगत कराया था कि गांव में लोग लगातार कैंसर का शिकार हो रहे हैं। साथ ही कैंसर के कारण मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है। इसके अलावा 22 अप्रैल 2023 अमर उजाला में फैक्ट्रियों द्वारा प्रदूषण फैलाने के समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। इसका संज्ञान लेते हुए एनजीटी ने केंद्रीय और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मुजफ्फरनगर के डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से साइट का दौरा कर दो महीने के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
इस फैक्टरी पर लगाया था प्रदूषण फैलाने का आरोप
शिकायतकर्ता बाबर अली ने आवेदन में कहा था कि त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड एल्को-केमिकल यूनिट हानिकारक रसायनों वाले व्यापारिक बहिःस्राव को सीधे नाली और खुले खेतों में छोड़ रहा है। इससे ना केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि किसानों की कृषि भूमि और फसलों को नुकसान हो रहा है।
टीम गठित कर किया जाएगा निरीक्षण
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह ने कहा कि एनजीटी ने मामले में रिपोर्ट मांगी है। दो महीने का समय दिया गया है। उन्हें एनजीटी का आदेश मिल गया है। टीम गठित कर निरीक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट भेजी जाएगी।