देहरादून में 12 साल के बच्चे ने दादा के लाखों रुपये अपने शौक पूरा करने में उड़ा दिए और किसी को कानों कान खबर नहीं हुई। घर में रखे पैसे कम लगे तो परिजनों ने बच्चे पर शक हुआ।
शुरूआत में वह टालमटोल करता रहा, लेकिन पुलिस के सामने सारी कहानी उगल दी। उसने घर के कई लाख रुपये दोस्तों के साथ महंगे मोबाइल और अन्य सामान पर खर्च कर दिए थे। उसने अपने दोस्त को स्कूटर खरीदने के लिए भी पैसे दिए थे।
मामला पटेलनगर थाना क्षेत्र का है। बच्चा कक्षा सात में पढ़ता है। उसके दादा और पिता रोज दुकान पर चले जाते हैं। उसकी मां परिवार से अलग रहती है। घर में बच्चे की दादी रहती है, लेकिन वह भी बीमार है। व्यापारी परिवार होने के कारण घर में हमेशा अच्छी खासी रकम रहती थी। एक दिन दादा को अलमारी से रकम गायब मिली।
शक होने पर उन्होंने पोते से पूछताछ की। थोड़ा डांटा तो उसने कुछ बातें उन्हें बता दी। घर में उसने चार महंगे मोबाइल छुपा रखे थे। उसने बताया कि ये मोबाइल दोस्तों ने लाकर दिए हैं। इसके लिए वह उन्हें पैसे देता था। पता चला कि उसने एक महंगा लैपटॉप भी खरीदा था और वह दोस्त के घर पर है।
सभी दोस्त नाबालिग हैं
इंस्पेक्टर पटेलनगर ने बताया कि बच्चे के दादा ने पुलिस से उसके दोस्तों की शिकायत की है। सभी दोस्त नाबालिग हैं। पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने सारी कहानी बता दी। बताया कि बच्चा ही उन्हें पैसे लाकर देता था। पूरा मामला तीन से चार लाख रुपये के आसपास का बताया जा रहा है।
उम्र 12 साल, दोस्त 16 साल के
बच्चे की उम्र 12 साल है। जबकि, उसके दोस्त 16 साल के लगभग हैं। चूंकि, मोबाइल बच्चे को दुकानदार देता नहीं तो वह अपने दोस्तों से ही पैसे देकर मंगवाता था। पुलिस के अनुसार, घर से मिले चार मोबाइलों की कीमत एक लाख रुपये से अधिक है। दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वह कहता था कि उसके पास पैसों की कमी नहीं है।
किसी दुकानदार ने नहीं दिए सिम
बच्चे के दोस्त उससे मोबाइल की कीमत से अधिक पैसे लेते थे। इससे उनके शौक भी पूरे हो जाते थे। बताया जा रहा है कि एक दोस्त को उसने स्कूटर खरीदने के लिए भी पैसे दिए थे। उसने उनसे मोबाइलों के लिए सिम लाने को भी कहा, लेकिन नाबालिग होने के कारण किसी दुकानदार ने उन्हें सिम नहीं बेचा।