विधानसभा में 3 विधेयक को मिली मंजूरी

विधानमंडल के मानसून सत्र का दूसरा दिन मंगलवार को हंगामेदार रहा। विपक्ष की गैर मौजूदगी में ही विधानसभा से तीन विधेयक पारित किए गए। आर्य भट्ट ज्ञान विवि संशोधन विधेयक- 2021 और बिहार खेल विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक को मंजूरी मिली। इसके अलावा बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक 2021 को भी मंजूरी मिल गई।

विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा में बजट सत्र के दौरान 23 मार्च को विधायकों के साथ मारपीट मामले को लेकर हंगामा हुआ। इससे पहले भी विपक्ष के सदस्यों ने कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा किया था। वेल के पास पहुंच कर नारेबाजी करने लगे थे। इसके बाद दोपहर 2 बजे तक के लिए अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कार्यवाही को स्थगित कर दी थी। उधर, परिषद में कांग्रेस MLC प्रेमचंद्र मिश्रा के सवाल का जवाब देते हुए मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में किसी भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीज की मौत ऑक्सीजन और उपकरणों की कमी की वजह से नहीं हुई।

विधान परिषद की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर MLC संजय कुमार सिंह ने मांग की है कि EPF योजना से पहले सरकार पंचायती राज व्यवस्था के तहत सभी शिक्षकों को UTI पेंशन योजना का लाभ देती थी। शिक्षा विभाग की ओर से देय अंशदान को विमुक्त कर परिपक्वता राशि सभी शिक्षकों को दें। इसका जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार इस बारे में संज्ञान लेते हुए काम करेगी। वहीं, जदयू MLC संजीव कुमार सिंह ने शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी।उन्होंने अफसरशाही को भी आड़े हाथों लिया है। कहा कि राज्य के सरकारी और संबद्ध माध्यमिक उच्च माध्यमिक के साथ डिग्री शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं की बढ़ती संख्या पर दबाव और सकल नामांकन अनुपात के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूर्व निर्धारित सीट संख्या में बढ़ोतरी की जाए।

कोरोना से हुई मौत को हार्ट अटैक बताया गया

इससे पहले दोपहर 2:30 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। इससे पहले MLC रामबचन राय ने भोजपुर के दो लोगों की मौत का मामला उठाया। दोनों की मौत की वजह कोरोना थी, लेकिन हार्ट अटैक बताया गया। मुआवजे के लिए परिजन भटक रहे हैं। जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डायरेक्टर इन चीफ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी इस पूरे मामले की जांच करेगी और पीड़ितों को न्याय दिलाएगी। परिषद में कोरोना की दूसरी लहर में हुई मौतों को लेकर राजद ने कार्य स्थगन प्रस्ताव भी लाया था। सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सदन में इस पर चर्चा हुई तो बिहार की बदनामी होगी।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा में सरकार से पूछा कि विधायकों के साथ 23 मार्च को मारपीट हुई थी। इस मामले में सिर्फ 2 सिपाही को क्यों निलंबित किया गया। कल तो कोई पुलिस वाला विधायक को गोली मार देगा और उसे सिर्फ निलंबित किया जाएगा। 23 मार्च की घटना पर सदन में बहस होनी चाहिए। इससे सदन में लगे दाग को हटाया जा सकता है। इस पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सदन में जो कुछ हुआ उस पर विधानसभा अध्यक्ष को निर्णय लेना है। इस मामले में सरकार कहीं नहीं है।

विधानसभा में अवैध खनन पर भी सवाल

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बालू के अवैध खनन का मामला उठा। भाजपा विधायक राम प्रवेश राय ने कहा कि आम जनता के लिए कोढ़ बन गई है बालू की समस्या। बालू की दर 20 फीसदी बढ़नी थी, वो 50 फीसदी क्यों की गई। वहीं, विधानसभा में बीजेपी विधायक जनक सिंह ने मैटरनिटी लीव का मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में महिला प्राध्यापक को शिशु की देखभाल के लिए छुट्टी लागू करने की मांग की। इसका जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सरकार ने इसके लिए पहले से नियम बनाए हुए हैं। विश्वविद्यालय में भी इसे जल्द लागू किया जाएगा।

परिषद में MLC केदार नाथ पांडे ने सवाल उठाया कि बिहार विधानमंडल के कई वर्तमान और पूर्व पदाधिकारी कर्मचारी की मृत्यु कोरोना से हो गई है और सरकार की घोषणा के बावजूद मृतक के परिवार को 4,00,000 रुपए मुआवजा का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि 30 दिनों के अंदर यह भुगतान कर दिया जाएगा।

विधानसभा पोर्टिको में प्रदर्शन करते भाकपा-माले के विधायक।

विधानसभा पोर्टिको में प्रदर्शन करते भाकपा-माले के विधायक।

उधर, सरकार को घेरने के लिए राजद विधायक मुकेश रोशन साइकिल से विधानसभा पहुंचे। वे काला मास्क और हेलमेट लगाए हुए थे। साथ ही साइकिल पर ‘खा गया राशन, पी गया तेल, यही है मोदी-नीतीश का खेल’ स्लोगन का बोर्ड लगाया था। मुकेश रोशन के अलावा भी विपक्ष के कई विधायक हेलमेट लगाकर पहुंचे।

विधानसभा के गेट पर विधायकों का प्रदर्शन।

विधानसभा के गेट पर विधायकों का प्रदर्शन।

क्या बोले राजद विधायक

राजद विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि वह पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों का विरोध करने के लिए साइकिल से बिहार विधानसभा पहुंचे। पिछले बजट सत्र में विपक्षी विधायकों के साथ जो मारपीट हुई, उसका हिसाब लेंगे। राजद विधायक विधानसभा गेट के पास महंगाई और रोजगार के मुद्दे को लेकर हंगामा किया। नारेबाजी की। साथ ही नीतीश सरकार पर महंगाई की जानकारी नहीं होने का भी आरोप लगाया। रोजगार के सवाल पर भी सरकार को घेरा। वहीं, AIMIM के विधायकों ने बाढ़ को लेकर विधानसभा पोर्टिको में नारेबाजी की। उन्होंने कटाव से निदान करने की सरकार से मांग की।

कटाव से निदान की मांग करते AIMIM के विधायक।

कटाव से निदान की मांग करते AIMIM के विधायक।

क्या बोले- बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर

BJP विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने जनगणना नियंत्रण कानून को लेकर कहा कि जनगणना जैसे हो रहा है, वैसे ही होना चाहिए। कास्ट और कैश से ऊपर उठ कर देश को बचाने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में तो रिजर्वेशन है। वहीं, योगी सरकार मुकेश सहनी से डर गई है। इसको लेकर पूछे गए सवाल पर हरि भूषण ने कहा कि योगी जी डरने वाले नहीं है। वे उगते हुए सितारे हैं। ऐसा हो जाएगा तो दुनिया में प्रलय हो जाएगा।

साइकिल से सदन पहुंचे राजद विधायक।

साइकिल से सदन पहुंचे राजद विधायक।

जनसंख्या नियंत्रण कानून की है जरूरत

वहीं, बीजेपी MLC संजय पासवान ने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर कहा कि कानून बनाने का बिहार का अपना अनुभव अद्भुत है। शराबबंदी कानून की तरह उसी तर्ज पर जनसंख्या नियंत्रण कानून बने। विरोध तो हमेशा अच्छी नीतियों का होता रहा है। दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है। जनसंख्या नियंत्रण पर हम लोग का वैचारिक स्टैंड है। हमारे सहयोगी क्या बोलते हैं। उससे फर्क नहीं पड़ता है। मुख्यमंत्री भी जनजागरण चाहते हैं। इसके साथ-साथ कानून भी होनी चाहिए।

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