टोक्यो ओलंपिक के लिए घोषित भारतीय महिला हॉकी टीम में हरियाणा की 9 बेटियों ने अपने बेहतर खेल और अनुभव के आधार पर जगह बनाई है। इनमें चार अनुभवी व पहले भी ओलंपिक खेल चुकीं और पांच युवा खिलाड़ियों को मौका मिला है। रियो ओलंपिक के लिए भी हरियाणा की छह बेटियों को भारतीय टीम में जगह मिली थी।
खेलों में एक बार फिर प्रदेश के खिलाड़ियों का दबदबा साफ दिख रहा है। टोक्यो ओलंपिक के लिए चुनी गई महिला हॉकी टीम में सोनीपत जिले से मोनिका मलिक, नेहा गोयल, निशा और कुरुक्षेत्र से रानी रामपाल, नवजोत कौर, नवनीत कौर व हिसार से शर्मिला, उदिता और सिरसा से सविता पूनिया का चयन हुआ है।
रियो ओलंपिक में रहीं छह खिलाड़ी
रियो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम को 36 साल बाद खेलने का मौका मिला था और उस टीम में हरियाणा की छह खिलाड़ी जगह बनाने में कामयाब रही थीं। इनमें रानी रामपाल, सविता पूनिया, मोनिका मलिक, नवजोत कौर, दीपिका ठाकुर, पूनम मलिक शामिल थीं। इस बार चार खिलाड़ी रानी, सविता, मोनिका और नवजोत अपने अनुभव और बेहतर खेल के के आधार पर टीम में जगह बनाने में कामयाब रहीं। पांच युवा खिलाड़ियों ने अपने खेल से सेलेक्टरों को प्रभावित किया और टीम में जगह बनाई।
रानी रामपाल
स्कोरिंग पावर मजबूत, लंबा अनुभव, जरूरत के समय बेहतर प्रदर्शन
सविता पूनिया
दुनिया की नंबर-1 गोलकीपर का खिताब मिल चुका, शूटआउट रोकने में बेहतर
मोनिका मलिक
मिड फील्डर के तौर पर लंबा अनुभव, अटैकिंग खेल में माहिर
नेहा गोयल
अटैकिंग व डिफेंस दोनों में बेहतर, स्ट्राइकर को बेहतर सहयोग
नवजोत कौर
बेहतर सामंजस्य, लंबे समय तक गेंद होल्ड करने में माहिर
नवनीत कौर
फॉरवर्ड हैं, स्कोरिंग पावर अच्छी, डी के भीतर बेहतर प्रदर्शन
निशा
डिफेंडर हैं, जितना अच्छा डिफेंस उतना ही अग्रेसिव खेल भी
शर्मिला
फॉरवर्ड हैं, स्पीड के साथ गेंद को आगे ले जाती हैं
उदिता
डिफेंडर के तौर पर अग्रेसिव खेल काफी अच्छा