बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के भगवान राम के बारे में दिए बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। विज ने कहा कि यह व्यक्ति धरती पर बोझ है। भगवान राम लोगों के रोम-रोम में समाए हुए हैं। देश में हिंदुओं का बहुमत है, उनकी राम में आस्था है और ऐसे में इस तरह की बातें करना बहुत गैर-जिम्मेदाराना है।
दो दिन पहले मांझी ने एक कार्यक्रम में भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि राम भगवान नहीं थे। बल्कि वे तुलसीदास और वाल्मीकि द्वारा लिखित रामायण के एक पात्र थे। रामायण में बहुत-सी अच्छी बातें लिखी गई हैं, पर वह सिर्फ कहानी है। यह सच्ची घटना नहीं है। रामायण में लिखी बातों का अनुसरण करना गलत नहीं है, पर वे भगवान राम को नहीं मानते हैं।
बिहार के पूर्व सीएम ने कहा था कि पूजा-पाठ करने से कोई बड़ा नहीं होता। अनुसूचित जाति के लोगों को पूजा-पाठ करना बंद कर देना चाहिए। जो ब्राह्मण मांस खाते हैं, शराब पीते हैं, झूठ बोलते हैं, उनसे दूर रहना चाहिए। उनसे पूजा-पाठ नहीं कराना चाहिए। हिंदुस्तान अवाम मोर्चे (हम) के प्रमुख ने यह भी कहा कि आज राम की तरह कोई शबरी के जूठे बेर खाकर दिखाए। हमारे घर खाना खाए। मांझी ने कहा कि सवर्ण और उच्च जाति के लोग भारत के मूल निवासी नहीं हैं, वे बाहरी हैं।