अलीगढ़ में 103 अवैध मदरसे मिले, शासन को भेजी गई रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर प्रदेश में गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों ( Madarsa Survey) के सर्वे का काम पूरा हो चुका है। सर्वे में अलीगढ़ (Aligarh ) जिले में 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित पाए गए हैं। जांच में पता चला कि ये सभी मदरसे यूपी मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त नहीं हैं और न ही नियमों के तहत संसाधन और व्यवस्थाएं ही बेहतर मिलीं। अलीगढ़ जिला प्रशासन ने इस संबंध में रिपोर्ट शासन को भेज दिया है।

ज्ञात हो कि 5 अक्टूबर को गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के ग्यारह बिंदुओं पर पर किए जाने वाले फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। 10 अक्टूबर तक सभी जिलों में कार्यरत जांच टीमों ने जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। अब जिलों के कलेक्टर 25 अक्टूबर तक शासन को रिपोर्ट भेजेंगे।

अवैध रूप से संचालित मदरसों के विरूद्ध होगी सख्त कार्रवाई

सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अवैध रूप से संचालित मदरसों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। सर्वे रिपोर्ट में पता चला है कि अलीगढ़ जिले में 125 मदरसे उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के तहत संचालित हैं, जिनमें 4 सरकारी एवं 121 अन्य मान्यता प्राप्त निजी मदरसे शामिल हैं। इन मदरसों में करीब 10 हजार से अधिक छात्र पढ़ते हैं। अल्पसंख्यक विभाग इन मदरसों की निगरानी करता है।

शासन के निर्देश पर करीब 1 माह तक चले सर्वे में अधिकारियों की टीम ने मौके पर जाकर अवैध मदरसों को चिन्हित किया। इस दौरान 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित मिले हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, सबसे अधिक अवैध मदरसे मुस्लिम बहुल कोल तहसील इलाके में मिले हैं। यहां ऐसे 50 अवैध मदरसों को जांच टीम ने चिन्हित किया है। इसके अलावा कुछ ऐसे मदरसों के बारे में भी जानकारी सामने आई है, जो आगरा स्थित चिट्स –फंड्स सोसाइटी में पंजीकृत हैं।

यूपी में मदरसों के सर्वे पर हंगामा

बता दें कि यूपी में मदरसों के सर्वे पर काफी हंगामा बरपा था। विपक्ष और मुस्लिम धर्मगुरूओं ने इस पर सवाल खड़े किए थे। वहीं, सरकार का कहना था कि ये सर्वे सूबे में गैर-मान्यता मदरसों के बारे जानकारी एकत्रित करने के लिए कराए जा रहे हैं। सरकार के पास फिलहाल इसका कोई आंकड़ा नहीं है। सरकार के मुताबिक, प्रदेश में फिलहाल 15,613 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here