केरल में चावल की दुकानों पर धावा करने और स्थानीय लोगों को मारने के लिए कुख्यात भारतीय हाथी अरिकोम्बन को पकड़ने के लिए एक बार फिर गहगहमी जारी है। इस बीच, केरल हाई कोर्ट में मंगलवार को एक याचिका दायर की गई है। इस याचिका में केंद्र और केरल तथा तमिलनाडु सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया कि चावल खाने वाले हाथी अरिकोम्बन को बेहोशी की अवस्था में नुकसान न पहुंचे।
बता दें कि अरिकोम्बन को पिछले महीने केरल के पेरियार टाइगर रिजर्व में भेजा गया था। इसके बाद वह 27 मई को तमिलनाडु के थेनी जिले के कुंबुम शहर में पहुंच गया। उसने वहां भी आतंक मचा रखा है। वहां उसने थेनी में एक व्यक्ति पर हमला कर दिया था, जिसके बाद मंगलवार को उसकी मौत हो गई।
केरल हाईकोर्ट में याचिका
इसके बाद, तमिलनाडु सरकार ने जंगली हाथी को पकड़ने के लिए श्रीविल्लीपुथुर मेगामलाई टाइगर रिजर्व (SMTR) के क्षेत्र निदेशक के तहत अनुभवी वन अधिकारियों की एक टीम बनाई। वहीं, ताजा घटनाक्रम को देखते हुए किटेक्स गारमेंट्स के प्रबंध निदेशक और एर्नाकुलम स्थित एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष साबू जैकब ने दायर की है। साथ ही निर्देश मांगा कि जंगली बैल हाथी को उसके स्थानान्तरण और पुनर्वास से पहले शांत किए जाने के दौरान घायल या नुकसान नहीं पहुंचाया जाए।
जस्टिस अलेक्जेंडर थॉमस और सी जयचंद्रन की पीठ के सामने सूचीबद्ध याचिका में यह भी मांग की गई है कि हाथी को किसी अन्य ‘डीप फॉरेस्ट रेंज’ में स्थानांतरित किया जाए। साथ ही तमिलनाडु में पकड़े जाने के बाद हाथी को केरल को सौंपे जाने की मांग की गई है।
स्टालिन ने किया मुआवजे का एलान
इस बीच, तमिलनाडु के थेनी जिले में हाथी ‘अरिकोम्बन’ के हमले में घायल 56 वर्षीय पॉलराज ने मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिसके बाद मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने मृतक पॉलराज के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही यह भी कहा कि राज्य वन विभाग हाथी को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
हाथी के हमले से घायल पॉलराज को लेकर पुलिस ने बताया कि हाथी के हमले में घायल कम्बमनिवासी पॉलराज का शनिवार से थेनी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज हो रहा था। पॉलराज ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया।