संसदीय कार्य मंत्रालय ने उन सांसदों के नामों की घोषणा कर दी है, जो विदेश में भारत का पक्ष रखेंगे। इस पहल के तहत विभिन्न देशों में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले सांसदों का चयन किया गया है। इस जिम्मेदारी में कांग्रेस नेता शशि थरूर को भी शामिल किया गया है, जो अमेरिका में भारत का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान के खिलाफ ठोस तर्क प्रस्तुत करेंगे।
विदेश दौरे पर जाएंगे ये नेता
विदेश में भारत का पक्ष रखने के लिए सात प्रतिनिधिमंडल बनाए गए हैं, जो विभिन्न देशों का दौरा करेंगे:
- शशि थरूर – यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका
- विजयंत जय पांडा – पूर्वी यूरोप
- कनिमोझी – रूस
- संजय झा – दक्षिण-पूर्व एशिया
- रविशंकर प्रसाद – मध्य पूर्व
- सुप्रिया सुले – पश्चिम एशिया
- श्रीकांत शिंदे – अफ्रीकी देश
ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का रुख
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया। इस कड़े कदम को जनता और विपक्ष का समर्थन मिला। इस एकजुटता को अब विदेशों में भी प्रदर्शित करने के लिए सांसदों के प्रतिनिधिमंडल भेजे जा रहे हैं।
8 देशों में जाएगी भारतीय टीम
भारत के इस निर्णय का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह संदेश देना है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई केवल सरकार की नहीं, बल्कि पूरे देश की है। प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद शामिल होंगे। इनका मकसद होगा विदेशी सरकारों, थिंक टैंकों और मीडिया को यह बताना कि पाकिस्तान के आतंकी ढांचों ने भारत की संप्रभुता पर कैसे प्रहार किया और भारत ने इसका जवाब संयम और दृढ़ता के साथ कैसे दिया।
दौरे का समय और प्रतिनिधिमंडल
22 मई के बाद सांसदों का विदेश दौरा शुरू होगा। प्रतिनिधिमंडल में लगभग 43-45 सांसद शामिल होंगे। इनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- प्रेमचंद गुप्ता (आरजेडी)
- संजय झा (जेडीयू) – जापान
- रविशंकर प्रसाद (बीजेपी) – मध्य पूर्व
- विजयंत जय पांडा (बीजेपी)
- अनुराग ठाकुर (बीजेपी)
- बृजलाल (बीजेपी)
- तेजस्वी सूर्या (बीजेपी)
- अपराजिता सारंगी (बीजेपी)
- राजीव प्रताप रूडी (बीजेपी)
- डी पुरंदेश्वरी (बीजेपी)
- श्रीकांत शिंदे (शिवसेना शिंदे)
- सुप्रिया सुले (एनसीपी)
- सस्मित पात्रा (बीजेडी)
- समिक भट्टाचार्य (बीजेपी)
- मनीष तिवारी (कांग्रेस)
- शशि थरूर (कांग्रेस)
- अमर सिंह (कांग्रेस)
- प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना उद्धव)
- जॉन बिट्स (सीपीआई एम)
- असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM)
यह प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों में जाकर भारत के रुख को मजबूती से प्रस्तुत करेगा और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कूटनीतिक जीत को रेखांकित करेगा।