यूपी के सरकारी शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। सरकार ने स्कूलों में आयोजित होने वाले समर कैंप में शिक्षकों की ड्यूटी को स्वैच्छिक कर दिया है। इसका मतलब है कि अब शिक्षकों के लिए समर कैंप में भाग लेना अनिवार्य नहीं रहेगा। हालांकि, जो शिक्षक ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे, उन्हें सरकार की ओर से अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
सरकारी स्कूलों में 21 मई से 20 जून तक समर कैंप का आयोजन किया जाना है, जिसमें माध्यमिक शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। समर कैंप की घोषणा के बाद शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया था। इस पर योगी सरकार ने आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया कि समग्र शिक्षा माध्यमिक के अपर राज्य परियोजना निदेशक विष्णुकान्त पाण्डेय के अनुसार, 21 मई से 10 जून तक होने वाले समर कैंप में ड्यूटी अनिवार्य नहीं होगी।
ड्यूटी पर रहने वालों को मिलेगा अतिरिक्त लाभ
सरकार ने आदेश में स्पष्ट किया है कि जो शिक्षक समर कैंप में शामिल होंगे, चाहे वे राजकीय स्कूल के हों या अशासकीय विद्यालय के, उन्हें नियमानुसार अर्जित अवकाश का लाभ दिया जाएगा। शिक्षकों के लिए यह आदेश एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि कई शिक्षक समर कैंप में ड्यूटी करने से बचना चाह रहे थे। अब शिक्षक स्वयं यह निर्णय ले सकेंगे कि उन्हें कैंप में भाग लेना है या नहीं।
छात्रों को अभिभावकों से लेनी होगी सहमति
सरकार ने छात्रों के लिए भी निर्देश जारी किए हैं। समर कैंप में भाग लेने के लिए छात्रों को अपने अभिभावकों से लिखित सहमति लेनी होगी। इन कैंपों का आयोजन इसलिए किया जा रहा है ताकि छात्र पढ़ाई के साथ-साथ अन्य सहगामी गतिविधियों में भी हिस्सा ले सकें।
समर कैंप का उद्देश्य
आदेश में बताया गया है कि गर्मियों की छुट्टियों में प्राइवेट स्कूलों में समर कैंप का आयोजन होता है, जिससे सरकारी स्कूलों के छात्र पीछे रह जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार सरकारी स्कूलों में भी समर कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। इन कैंपों में खेल, टीम वर्क, करियर गाइडेंस और अन्य रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, ताकि छात्रों का समग्र विकास हो सके।