कम कीमत में अनलिमिटेड डेटा, फ्री कॉलिंग और OTT ऐप्स जैसी सुविधाएं देने के बावजूद देश की बड़ी टेलीकॉम कंपनियां घाटे में नहीं, बल्कि मुनाफे की नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों ने किफायती रिचार्ज प्लान्स के जरिए करोड़ों ग्राहकों को जोड़ा और साथ ही अपनी आमदनी भी लगातार बढ़ाई है।
AGR में 15% की बढ़ोतरी
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में निजी टेलीकॉम कंपनियों के एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) में 15 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। जियो और एयरटेल ने अपने मजबूत यूजर बेस और प्रीमियम सेवाओं के जरिए अच्छी कमाई की है, वहीं वोडाफोन आइडिया ने सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी हिस्सेदारी बनाए रखी।
ARPU बना मुनाफे का जरिया
कंपनियों ने ग्राहकों को पोस्टपेड और डेटा-हैवी प्रीपेड प्लान्स की ओर आकर्षित किया है, जिससे प्रति उपभोक्ता औसत आय (ARPU) में बढ़ोतरी हुई। उदाहरण के लिए, जियो का ARPU करीब 182 रुपये और एयरटेल का 209 रुपये के आसपास पहुंच गया है।
कम कीमत, ज्यादा लाभ का गणित
सस्ती योजनाओं के जरिए ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ाने के बाद कंपनियों ने योजनाओं में बदलाव कर खर्च बढ़ाने की रणनीति अपनाई। OTT सब्सक्रिप्शन, डेटा रोलओवर और अनलिमिटेड कॉलिंग जैसी सुविधाओं ने ग्राहकों को आकर्षित किया और कंपनियों की आमदनी को बल मिला।
TRAI के आंकड़े कर रहे पुष्टि
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के अनुसार, मार्च 2024 तक कुल AGR 2.3 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो बीते वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है। इस राजस्व में निजी टेलीकॉम कंपनियों का बड़ा योगदान है।
यानी कम कीमत में सेवा देने की रणनीति भले ही उपभोक्ताओं को राहत देती दिखे, लेकिन इन कंपनियों की दीर्घकालिक योजना उन्हें लगातार मुनाफे की ओर ले जा रही है।