अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में स्पष्ट किया है कि कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन से वापस लौटना किसी भी तरह से युद्ध विराम से जुड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि यह इससे कहीं बड़ा मामला है। इसके साथ ही उन्होंने बिना ज्यादा विवरण दिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक त्वरित बैठक बुलाई।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जो अक्सर प्रचार के लिए बयान देते हैं, ने गलती से कहा कि मैं जी7 सम्मेलन छोड़कर वॉशिंगटन जा रहा हूं ताकि इस्राइल और ईरान के बीच युद्ध विराम पर काम कर सकूं। यह सही नहीं है! वे नहीं जानते कि मैं वॉशिंगटन क्यों जा रहा हूं, लेकिन निश्चित रूप से इसका युद्ध विराम से कोई लेना-देना नहीं है। यह कोई और बहुत बड़ा और जरूरी काम है। चाहे जानबूझकर हो या अनजाने में, इमैनुएल हमेशा गलत बातें करते हैं। देखते रहिए!’
इससे पहले, मैक्रों ने कहा था कि ट्रंप का मकसद ईरान और इस्राइल के बीच शांति स्थापित करना है। उन्होंने जी7 सम्मेलन के दौरान पत्रकारों को बताया, ‘असल में एक मुलाकात का प्रस्ताव है, जिसका उद्देश्य युद्ध विराम कराना और फिर व्यापक बातचीत शुरू करना है।’ यह भी कहा गया कि ट्रंप के पश्चिम एशिया के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बीच परमाणु समझौते और संघर्ष समाप्ति पर चर्चा हो सकती है।
इस्राइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष पाँचवें दिन भी जारी है। दोनों पक्ष लगातार एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं, जिससे हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक इस्राइल में कम से कम 24 और ईरान में लगभग 224 लोगों की मौत हुई है। इस्राइली हमलों ने तेहरान के अलावा ईरान के कई महत्वपूर्ण ठिकानों जैसे मिसाइल भंडारण बंकर, लांचर और परमाणु सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा, इस्राइल ने ईरान के उच्चतम सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों को भी निशाना बनाया है। इसके जवाब में ईरान ने इस्राइल के हाइफा, तेल अवीव और यरुशलम में हमले किए हैं।