शुक्रवार 18 जून 2021 को मेरठ से आते हुए मेरठ-मुजफ्फरनगर मार्ग पर पुरामहादेव जाने वाले रजवाहे के समीप एक कारुणिक हश्य देखा। सड़क पर एक गाय तथा बछड़ा (या बछिया) बुरी तरह घायल होकर तड़प रहे थे। चार-पांच लोग पीड़ा से तड़प रहे पशुओं के इर्दगिर्द खड़े थे किंतु वे चाह कर भी इन मूक जीवों की सहायता नहीं कर सकते थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक वाहन इन पशुओं को रौंदता हुआ निकल गया था।
जिन मार्गों पर यातायात अधिक है, वहां इस प्रकार की दुर्घटनायें होती रहती हैं। यूं तो सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों को अस्पताल तक पहुंचने में पुलिस सहायता करती है और शासन की ओर से कुछ मोबाइल नंबर भी दिये गए हैं किंतु पशुओं के दुर्घटनाग्रस्त होने पर उन्हें पशु चिकित्सालय तक पहुंचाने की कोई शासकीय व्यवस्था नहीं है।
हमारा सरकार से आग्रह है कि पशुधन की रक्षा के लिए भी सरकारी पशु अस्पतालों में निराश्रित पशुओं के इलाज तथा दुर्घटनाग्रस्त पशुओं को सरकारी वाहन से अस्पताल तक लाने की व्यवस्था की जाए। आशा है योगी सरकार इस ओर ध्यान देगी।
गोविंद वर्मा
संपादक देहात