अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाहर गुरुवार शाम दो आत्मघाती धमाके हुए. इस हमले में अभी तक 90 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं. खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के खुरासान ग्रुप ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए इस धमाके की जिम्मेदारी ली है. वहीं, इस हमले के बाद अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने दावा किया है कि तालिबान और खुरासान ग्रुप के एक दूसरे से संबंध हैं.
अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर कहा, ‘तालिबान ने अपने आकाओं से अच्छी सीख हासिल की है. तालिबान ने ISIS के साथ अपने संबंधों को ठीक उसी तरह खारिज किया है, जैसा उन्होंने क्वेटा शूरा पर पाक के लिंक से किया था. हमारे पास मौजूद हर सबूत इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि ISIS के खुरासान ग्रुप की जड़ें तालिबान और हक्कानी नेटवर्क में हैं.’ वहीं, तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट हुए हमले की निंदा की है और इस हमले में हाथ होने से इनकार किया है. एयरपोर्ट के बाहर हुए हमले की दुनियाभर में निंदा की गई है.
‘हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे’, बाइडेन ने काबुल हमलावरों को चेताया
वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने काबुल में हुए हमलों के लिए इस्लामी चरमपंथियों को जिम्मेदार ठहराया. बाइडेन ने हमले में मारे गए लागों की जान का बदला लेने का संकल्प लेते हुए कहा, ‘हम तुम्हें (हमलावरों को) पकड़कर इसकी सजा देंगे.’ बाइडेन ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं. हम यह भूलेंगे नहीं. हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे. मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा…..’
राष्ट्रपति ने कहा कि काबुल एयरपोर्ट और उसके पास एक होटल पर हुए भयावह हमले के पीछे ISIS-K का हाथ है. बाइडेन ने कहा, ‘जैसा कि आप सभी जानते हैं, जिन आतंकवादी हमलों के बारे में हम बात कर रहे थे और जिनके बारे में खुफिया तंत्र चिंतित था, उसे ISIS-K नामक संगठन ने अंजाम दिया. उन्होंने एयरपोर्ट पर तैनात अमेरिकी सेवा के सदस्यों की जान ली और कई को गंभीर रूप से घायल भी कर दिया. उन्होंने कई असैन्य लोगों की भी जान ली और कई को घायल भी किया.’
आतंकियों के आगे नहीं टेकेंगे घुटने: बाइडेन
बाइडेन ने कहा कि उन्होंने अपने कमांडरों को ISIS-K के ठिकानों, नेतृत्व और सुविधाओं पर हमला करने की योजना तैयार करने के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि काबुल में निकासी अभियान को 31 अगस्त तक पूरा करने के लिए वह अब भी प्रतिबद्ध हैं. बाइडेन ने कहा, ‘हम अभियान पूरा कर सकते हैं और जरूर करेंगे. मैंने उन्हें यही आदेश भी दिया है. हम आतंकवादियों के आगे घुटने नहीं टेकेंगे. हम उन्हें हमारा अभियान रोकने नहीं देंगे. हम निकासी अभियान जारी रखेंगे.’
राष्ट्रपति ने कहा कि यह तालिबान के हित में है कि वह ISIS-K को अफगानिस्तान में और पैर ना पसारने दे. बाइडन ने कहा, ‘यह तालिबान के हित में है कि वह ISIS-K को अफगानिस्तान में और पैर ना पसारने दे.’ उन्होंने साथ ही कहा कि एयरपोर्ट पर हमले को अंजाम देने में तालिबान और ISIS की मिलीभगत का अब तक कोई सबूत नहीं मिला है.