एनडीए से अलग हुई अन्नाद्रमुक, लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को झटका

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले ही दक्षिण भारत में एनडीए से AIADMK ने अलग होने का फैसला किया है. ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) ने बीजेपी नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया. पार्टी नेताओं की बैठक के बाद पार्टी के उप समन्वयक के पी मुनुसामी ने कहा कि एआईएडीएमके ने आज से बीजेपी और एनडीए से सभी रिश्ते तोड़ने का फैसला किया है. इतना ही नहीं  भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद एआईएडीएमके के कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़े. पार्टी के उप समन्वयक मुनुसामी ने कहा कि बीजेपी का राज्य नेतृत्व पिछले एक साल से लगातार हमारे पूर्व नेताओं, महासचिव ईपीएस (एडापड्डी पलानीस्वामी) और कार्यकर्ताओं पर बेवजह आरोप लगा रहे हैं.आज की बैठक में भाजपा और एनडीए गठबंधन से रिश्ते तोड़ने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया है.  

AIADMK ने दी ये दलील
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, एआईएडीएमके ने कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में अलग रूप में मैदान में उतरेगी. पार्टी ने अपने नेताओं के साथ बैठक कर अलग होने का प्रस्ताव पारित किया. 

बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई से एआईडीएमके से गठबंधन तोड़ने पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो इस पर अभी बयान नहीं दे सकते हैं. यात्रा के दौरान कुछ भी नहीं बोल सकता हूं. 

ये दल किसी भी गठबंधन का नहीं है हिस्सा

बता दें कि देश में इस समय दो गठबंधन हैं. एक बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन. दूसरा कांग्रेस, जेडीयू, टीएमसी और आप की अगुवाई वाला इंडिया गठबंधन है. हालांकि, इन दोनों गठबंधन के अलावा भी कई दल ऐसे हैं जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है. जैसे तेलंगाना के सीएम केसीआर की भारत राष्ट्र समिति, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की बीजू जनता दल और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन है. जो किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं है. 

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