चिड़ियाघर में सारस से मिलने पहुंचे अखिलेश और आरिफ

उत्तर प्रदेश में इस समय सारस को लेकर राजनीति तेज हो गई है। सपा-भाजपा दोनों आमने-सामने हैं और एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं। इस बीच मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सारस से मिलने चिड़ियाघर पहुंचे। उनके साथ सारस का दोस्त आरिफ भी मौजूद था।

चिड़ियाघर में अखिलेश यादव और आरिफ ने सीसीटीवी पर सारस को देखा। उन्होंने कहा कि नवरात्र पर सारस को अंडे न खिलाए, वरना भाजपा बुरा मान जाएगी। मैं जिससे मिलने जाता हूं…भाजपा उसी पर कारवाई कर देती है। उन्होंने कहा कि आरिफ ने घायल पक्षी का पूरा इलाज कराया और उसका ध्यान रखा।

उसकी सराहना करने की बजाय आरिफ को परेशान किया जा रहा है। बता दें कि सपा अध्यक्ष ने चिड़ियाघर में लगभग एक घंटे का समय व्यतीत किया। इस दौरान उन्होंने मानू (गेंडा) को केला खिलाया। बघीरा बाघ को भी देखा औ उसकी जानकारी भी ली।

निदेशक और रेंजर से ली जानकारी
बाड़े के आगे इतनी भीड़ को देखकर बघीरा बाघ आक्रामक हो गया था। उन्होंने शुतुरमुर्ग को भी देखा। अखिलेश ने निदेशक केके सिंह और रेंजर नावेद इकराम से जानवरों, उनके खानपान, दिनचर्या आदि की जानकारी ली। साथ ही, वन्य जीवों के संरक्षण की व्यवस्था को देखकर अधिकारियों की सराहना की।

अमिताभ बाजपेई को सारस से नहीं मिलने दिया
बीते दिन सपा विधायक अमिताभ बाजपेई कानपुर चिड़ियाघर पहुंच गए। उन्होंने डायरेक्टर से सारस पक्षी से मिलने के लिए कहा, लेकिन क्वारंटीन होने के चलते विधायक को पक्षी से मिलने से रोक दिया गया। विधायक ने कानपुर चिड़ियाघर के डायरेक्टर केके सिंह से मुलाकात कर सारस के लिए खाने-पीने का सामान सौंपा।

राजनीति में पक्षियों का क्या जुर्म
विधायक ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि अभी तक इस सरकार में नेताओं और कार्यकर्ताओं को कैद किया जा रहा था। अब पक्षियों को भी कैद किया जा रहा है। ये सही नहीं है। सारस को इसलिए कैद किया गया, क्योंकि सरकार को लगा कि उसने भी कोई धर्म विशेष अपना लिया है। सरकार को ऐसी मंशाओं से दूर रहना चाहिए।

बता दें कि फरवरी में अमेठी के मो. आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया पर छा गई थी। ठीक उसी तरह अब उनका बिछड़ना भी सुर्खियों में बना हुआ है। सारस को आरिफ से जुदा कर कानपुर प्राणी उद्यान लाया गया है। उसने दो दिन में सिर्फ जीवित रहने भर का खाना खाया है।

इसके बाद कीपर और डॉक्टर ने उसे काफी फुसलाने की कोशिश की, लेकिन सारी कवायद फेल रही। सारस दिनभर उदास एक कोने में बैठा रहा। क्वारंटीन रहने तक चिड़ियाघर प्रशासन ने उससे मिलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इतने दिनों से खुले आसमान में उड़ रहे सारस को अब चिड़ियाघर का बाड़ा रास नहीं आ रहा हैं।

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