यूपी विधानसभा चुनाव लड़ रही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. BJP नेता अश्विनी उपाध्याय ने अखिलेश यादव के खिलाफ अवमानना का मुकदमा दर्ज कराने और समाजवादी पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है. याचिका में कहा गया है कि समाजवादी पार्टी ने कई गंभीर आपराधिक मामलों समेत गैंगस्टर एक्ट के आरोपी नाहिद हसन को यूपी के कैराना से चुनाव टिकट दिया. इस तरह के उम्मीदवार को चुनाव में उतारना सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन.
नाहिद हसन पर दर्ज हैं कई आपराधिक मामला
समाजवादी पार्टी ने नाहिद हसन का नाम शामली जिले की कैराना सीट के लिए दोबारा घोषित किया है. नाहिद हसन के खिलाफ पहले से ही पुलिस में कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. सपा प्रत्याशी नाहिद हसन गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे थे. शनिवार को हसन कलक्ट्रेट में अपने नामांकन से संबंधित काम के लिए जा रहे थे, तभी पुलिस ने नाहिद हसन को कैराना शामली मार्ग पर गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद अदालत ने हसन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
6 फरवरी 2021 में सपा प्रत्याशी नाहिद हसन व उनकी मां पूर्व सांसद तबस्सुम हसन सहित 40 आरोपितों के खिलाफ शामली थाना क्षेत्र में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में लगभग तीन दर्जन आरोपितों ने थाने आकर आत्मसमर्पण कर दिया था. पूर्व सांसद तबस्सुम हसन को कोर्ट से पूर्व में अग्रिम जमानत मिली है, जबकि सपा प्रत्याशी नाहिद हसन वांछित थे.
नाहिद हसन को टिकट दिए जाने पर बीजेपी ने उठाए सवाल
कई बीजेपी नेताओं ने समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन को दोबारा टिकट दिए जाने पर सवाल भी खड़े किए हैं. यही नहीं, उनपर जमीन खरीदने के मामले में धोखाधड़ी का भी केस दर्ज है, एवं शामली जिले की विशेष अदालत से उन्हें भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है. वर्तमान में नाहिद हसन कैराना से समाजवादी पार्टी के वर्तमान विधायक हैं और उनकी मां इसी क्षेत्र से पूर्व सांसद भी रह चुकी हैं. बीजेपी ने सपा द्वारा नाहिद हसन को टिकट दिए जाने के फैसले को समाजवादी पार्टी का “जिन्नावाद” बताया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी इस मामले में गंभीर आरोप लगाते हुए एक ट्वीट में कहा है कि, “अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में जिस कैराना से हिन्दुओं को पलायन करने पर मजबूर किया था आज उसी विधानसभा क्षेत्र से कुख्यात गैंगस्टर को प्रत्याशी बनाकर समाजवादी पार्टी कैराना को फिर से उसी कालखंड में ले जाना चाहती है!”