उत्तर प्रदेश में तीन चरण के चुनाव (UP Election) संपन्न होने के बाद बीजेपी चौथे चरण के प्रचार में जुट गई है. पार्टी के बड़े नेता लगातार जनता के बीच पहुंच रहे हैं. सीएम योगी ने राजबरेली में जनसभा को संबोधित किया तो वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) बांदा में चुनाव-प्रचार के लिए पहुंचे. मीडिया से बातचीत करते हुए बीजेपी नेता ने दावा किया कि सपा 100 सीटें जीतने में भी कामयाब नहीं हो सकेगी. उन्होंने कहा कि लहर देखकर आसानी से पता लगाया जा सकता है कि बुंदेलखंड में एकबार फिर से कमल खिलने जा रहा है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने यहां तक कह दिया कि सात चरण के बाद भी अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) 100 सीटें भी पार नहीं कर पाएंगे.
उन्होंने कहा कि 10 मार्च के बाद सपा अध्यक्ष कहेंगे कि ईवीएम बेवफा है. बता दें कि बांदा में अनुराग ठाकुर ने बीजेपी प्रत्याशी प्रकाश द्विवेदी के समर्थन में रोड शो कर उनके लिए वोट अपील की. बता दें कि बांदा में चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होना है. बांदा सीट से बीजेपी ने प्रकाश द्विवेदी को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं सपा की तरफ से मंजुला विवेक सिंह और धीरज राजपूत बीएसपी के उम्मीदवार हैं. इस सीट पर सभी प्रत्याशियों की कड़ी टक्कर होनी है. बता दें कि 2017 में बांदा में 59.22 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस चुनाव बांदा में कितने फीसदी मतदान होना है, ये 23 फरवरी को पता चल सकेगा.
‘100 सीटें पार नहीं सर सकेंगे अखिलेश’
बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में बांदा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार प्रकाश द्विवेदी को जीत हासिल हुई थी. जब कि 2012 और 2007 में कांग्रेस के विवेक कुमार सिंह विधानसभा पहुंचे थे. इस बार बीजेपी ने एक बार फिर से प्रकाश द्विवेदी पर दांव खेला है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर आज बांदा में बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में चुनाव-प्रचार के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सपा पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि इस बार अखिलेश यादव 100 सीटें भी पार नहीं कर पाएंगे और 10 मार्च के बाद एक बार फिर से ईवीएम को दोष देंगे.
पुराने प्रत्याशी पर बीजेपी का दांव
यूपी में 23 फरवरी को चौथे चरण का मतदान होना है. चौथे चरण में 9 जिलों की 60 सीटों पर वोटिंग होनी है. इस दौरान 624 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर होगी. चौथे चरण में लखनऊ, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, बांदा, उन्नाव और फतेहपुर हरदोई, पीवीभीत, सीतापुर में वोटिंग होनी है. बीजेपी ने एक बार फिर से पुराने विधायक पर दांव खेला है.