अमेरिका ने ईरान को दी चेतावनी, बाइडन ने कहा- होलोकॉस्ट के बाद यहूदियों के लिए सबसे घातक दिन

इस्राइल और हमास के बीच पिछले पांच दिनों से युद्ध जारी है। वहीं ईरान पर फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास को मदद पहुंचाने के आरोप लग रहे हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी देते हुए ईरान को सावधान रहने को कहा है। बाइडन ने कहा कि अमेरिका द्वारा इस्राइल को भेजी जा रही सहायता और क्षेत्र में अमेरिकी युद्धपोत और लड़ाकू विमानों की तैनाती से उन्होंने ईरानियों को स्पष्ट कर दिया है कि वे सावधान रहें।

राष्ट्रपति बाइडन ने बुधवार को व्हाइट हाउस में यहूदी नेताओं की गोलमेज बैठक में यह टिप्पणी की। बाइडन ने कहा कि उन्होंने बुधवार सुबह फिर से इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की। इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस्राइल को कोई भी कार्रवाई युद्ध के नियमों के अनुसार करनी चाहिए। बाइडन ने कहा, मैं नेतन्याहू को 40 वर्षों से जानता हूं। हमारे बीच बहुत ही स्पष्ट रिश्ता है। और एक बात जो मैंने कही है कि वास्तव में महत्वपूर्ण है कि इस्राइल सभी गुस्से और हताशा में भी युद्ध के नियमों के अनुसार अपने कदम उठाए।

होलोकॉस्ट के बाद यहूदियों के लिए सबसे घातक दिन..

बाइडन ने कहा कि उनका मानना है कि इस्राइली सरकार देश को एकजुट करने के लिए अपनी पूरी ताकत के साथ सब कुछ कर रही है और अमेरिका भी इस्राइल की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपनी ताकत से मदद कर रहा है। राष्ट्रपति बाइडन ने हमास के हमलों को बेहद क्रूर बताया और कहा कि उनका मानना है कि यहूदी नरसंहार (होलोकॉस्ट) के बाद यह यहूदियों के लिए सबसे घातक दिन है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी खुफिया जानकारी से पता चला है कि इस्राइल पर हमास के हमले से ईरानी नेता हैरान थे, लेकिन बाइडन प्रशासन ने अभी तक कोई निश्चित निष्कर्ष नहीं निकाला है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने मंगलवार को कहा था कि ईरान हमले में सहभागी है, क्योंकि उसने दशकों से हमास का समर्थन किया है।

अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए जारी की ट्रैवल एडवाइजरी 
 हमास के हमलों के मद्देनजर अमेरिका ने अपने नागरिकों इस्राइल की यात्रा पर पुनर्विचार करने की सलाह दी है। अमेरिकी विदेश विभाग ने वेस्ट बैंक के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और यात्रा सलाह का स्तर 3 तक बढ़ा दिया है, जबकि गाजा के लिए यात्रा सलाह स्तर 4 (सबसे गंभीर) रखा है। यानी गाजा की यात्रा न करने की सलाह दी गई है।

हथियारों का जखीरा लेकर इस्राइल पहुंचा पहला अमेरिकी विमान
इस्राइल और हमास में संघर्ष के बीच अमेरिका का गोला-बारूद और हथियारों के जखीरे से लदा विमान इस्राइल पहुंच गया है। विमान की लैंडिंग अमेरिकी राष्ट्रपति के इस्राइल को पूर्ण समर्थन की पेशकश के बीच हुई है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के मुताबिक, यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप हालात बिगाड़ने वाले किसी भी देश को रोकने के लिए पूर्वी भूमध्य सागर में पहुंच चुका है। इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, विमान में उन्नत गोला-बारूद हैं और वह देश के दक्षिणी नेगेव रेगिस्तान में नेवातिम एयरबेस पर उतरा है। हालांकि अमेरिका ने इस्राइल को कौन से हथियार भेजे हैं, अभी यह नहीं बताया है। लेकिन आईडीएफ ने कहा, हमारी सेनाओं के बीच सहयोग क्षेत्रीय सुरक्षा व स्थिरता सुनिश्चित करने का एक हिस्सा है।

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