म्यांमार में नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी की सर्वोच्च नेता आंग सान सू की को हिरासत में लेने के बाद सेना ने देश में तख्तापलट कर दिया है. न्यूज एजेंसी एएफपी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सेना ने आंग सान सू की हिरासत में लेने के बाद देश में एक साल के लिए इमरजेंसी लागू कर दी है. सेना ने कहा है कि अब वही देश संभालेगी. सू की के साथ ही सत्तारूढ़ दल के अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी एक मिलिट्री रेड में हिरासत में लिया गया है.
NLD प्रवक्ता ने बताया कि आज तड़के ही इन नेताओं को हिरासत में लिया गया. सू की को ऐसे समय में हिरासत में लिया गया है जब बीते कुछ समय से सरकार और सेना के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए तख्तापलट की आशंकाएं तेज थीं. इससे पहले शनिवार को म्यांमार की सेना (Military) ने अपने प्रमुख के उन विवादित बयानों को खारिज कर दिया था, जिन्हें तख्तापलट की चेतावनी माना जा रहा था.
सेना ने दावा किया कि मीडिया ने उनके बयान की गलत व्याख्या की है. म्यांमार की सेना के एक प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह कहा था कि अगर पिछले साल नवंबर में हुए चुनाव में व्यापक स्तर पर हुई धांधली की सेना की शिकायतों को नजरअंदाज किया जाता है तो तख्तापलट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
म्यांमार में आठ नवंबर को हुए चुनाव में सत्तारूढ़ ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ को 476 में से 396 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जिसके बाद ‘स्टेट काउंसलर’ आंग सान सू ची को पांच और वर्षों के लिए सरकार बनाने का मौका मिल गया था. सेना के समर्थन वाली ‘यूनियन सॉलिडेरिटी एंड डेवलपमेंट’ पार्टी को केवल 33 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. सेना कई बार सार्वजनिक रूप से चुनाव में धांधली के आरोप लगा चुकी है. साथ ही उसने सरकार और केन्द्रीय चुनाव आयोग से नतीजों की समीक्षा करने का भी आग्रह किया है.