बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की ऑडी कार कुर्क

बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की बेशकीमती ऑडी कार को गाजीपुर पुलिस ने जब्त कर लिया है। कार की कीमत 31 लाख है। कार मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी की है। पुलिस ने डुग्गी पिटवाकर कुर्की की कार्रवाई की। इससे पहले भी मुख्तार अंसारी सहित रिश्तेदार और करीबी लोगों की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।

सदर क्षेत्राधिकारी ओजस्वी चावला ने बताया कि डीएम के आदेश पर मुनादी (डुग्गी पिटवाना) कराके कुर्की की कार्रवाई की गई। गैंगस्टर एक्ट के तहत आफसा अंसारी पत्नी मुख्तार अंसारी, अनवर सहजाद और सरजील रजा पुत्र जमशेद रजा की ऑडी कार जब्त कर ली गई है। कार लखनऊ से रजिस्टर्ड है। जिसका आखिरी चार अंक 7007 है। इस कार की कीमत 31 लाख रुपए है। इस बीच सदर कोतवाली विमल मिश्रा, महिला थानाध्यक्ष रेनू सहित कई पुलिस कर्मी मौजूद थे।

लगातार कसता पुलिस का शिकंजा

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में बाहुबली मुख्तार अंसारी की मुश्किल लगातार बढ़ती जा रही हैं। पुलिस और प्रशासन दोनों ने मुख्तार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। एक ओर जहां पुलिस मुख्तार गैंग के लोगों की तलाश में लखनऊ, गाजिपुर, मऊ सहित कई जगह दबिश दे रही है, तो वहीं दूसरी ओर उनकी लाखों-करोड़ों की संपत्ति को जब्त किया जा रहा है। 18 जून को पुलिस ने लखनऊ व गाजीपुर में एक साथ मुख्तार के गुर्गों की तलाश में दबिश दी थी।

अब तक 50 करोड़ की संपत्ति कुर्क

11 जून को मऊ में मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्ति पर प्रशासन का हंटर चला था। इस बीच प्रशास ने अवैध रूप से अर्जित की कई एकड़ भूमि को कुर्क किया था। यह संपत्ति मुख्तार की मां के नाम थी। जिसे मां ने मुख्तार के दोनों बेटों के नाम वसीयत कर दी थी। जिसकी कीमत 24 करोड़ आंकी गई थी। वहीं, एक अनुमान के मुताबिक प्रशासन अब तक मुख्तार अंसारी के परिवार और उसके गैंग के लोगों की करीब 50 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।

हजरतगंज में संपत्ति पर चला था बुल्डोजर

पुलिस-प्रशासन ने लखनऊ के हजरतगंज की संपत्ति पर बुल्डोजर चलाया था। यह संपत्ति लखनऊ विकास प्राधिकरण के जोन 6 गांधी आश्रम के पास थी। जिसे मुख्‍तार अंसारी की संपत्ति पर बुल्‍डोजर चला था। जिसे अवैध तरीके से मुख्‍तार ने बनाया था। प्रशासन ने इस पर बुलडोजर चला दिया था।

आनंद यादव की गिरफ्तारी के बाद एक्शन में पुलिस-प्रशासन

16 जून को बाराबंकी पुलिस ने मुख्तार के करीबी आनंद यादव को गिरफ्तार किया था। आनंद यादव बाराबंकी फर्जी एंबुलेंस मामले में आरोपी थी। जो कई दिनों से फरार चल रहा था। आनंद यादव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पूछताछ में कई अहम नाम मिल थे। जिसके बाद से ही पुलिस और प्रशासन पूरी तरह एक्टिव हो गए थे। दो दिन बाद 18जून को पुलिस ने गाजीपुर से मुख्तार गैंग के एक ओर सदस्य महेरुद्दीन खां उर्फ नन्हे खां को गिरफ्तार किया।

मुजाहिद और शाहिद की तलाश जारी

आनंद यादव से पूछताछ के बाद पुलिस फर्जी एंबुलेंस मामले के मुख्य आरोपी मुजाहिद और शाहिद की तलाश कर रही है। पिछले दिनों पुलिस ने उनकी तलाश में हजरतगंज व वजीरगंज सहित कई इलाकों में दबिश दी थी। लेकिन, आरोपी पुलिस के आने से पहले ही फरार हो चुके थे। पुलिस ने दोनों आरोपी पर 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा है।

मऊ में की करोड़ों की संपत्ति सील

जिला प्रशासन ने 19 जून को मऊ में मुख्तार के करीबी गैंगस्टर सुरेश सिंह की दो करोड़ की अवैध प्रॉपर्टी जब्त की थी। साथ ही प्रशासन ने इमारत में चल रहे बैंक और यूपी एफसीआई कार्यालय का किराया भी सरकारी खजाने में जमा करने का फैसला किया था। इमारत का किराया प्रशासन के खाते में जमा होगा। गैंगस्टर सुरेश सिंह मुख्तार अंसारी के अवैध वसूली गैंग डी-34 का सदस्य है। पहले भी पुलिस ने उसकी संपत्ति और वाहनों को जब्त किया था। पुलिस पहले ही एक सितंबर को सुरेश सिंह की 86 लाख रुपये की कुल 04 बसों व 03 सितंबर को 1 करोड़ 5 लाख 40 हजार रुपए के कीमत के 9 वाहनों को जब्त कर चुकी है। सुरेश के खिलाफ थाना सरायलखंसी पुलिस द्वारा 31 मई 2020 को गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी। पुलिस ने गिरफ्तार कर चालान किया था।

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