डूंगरपुर बस्ती में घर में घुसकर मारपीट व डकैती और आपराधिक षडयंत्र रचने के एक मामले में बृहस्पतिवार को भी बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने अपना पक्ष रखा। अब दोनों पक्षों की बहस पूरी हो गई है। कोर्ट इस मामले में 16 मार्च को फैसला सुना सकती है। सुनवाई के दौरान सीतापुर जेल में बंद सपा नेता आजम खां वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेश हुए।
गंज थाना क्षेत्र के डूंगरपुर बस्ती को खाली कराने को लेकर 12 मुकदमे 2019 में दर्ज हुए थे। यह सभी मामले बस्ती में रहने वाले लोगों की ओर से दर्ज कराए गए थे, जिसमें घरों में घुसकर मारपीट, गाली गलौज, डकैती और आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोप में सपा पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां, ठेकेदार बरकत अली, रिटायर्ड सीओ आले हसन, फिरोज खां, रानू खां, नासिर, जिबरान खां, ओमेंद्र सिंह चौहान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
इसके अलावा आजम खां को आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि आजम खां के इशारे पर अन्य आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। बृहस्पतिवार को सुनवाई हुई। इस तरह दोनों पक्षों की बहस पूरी हो गई है। सुनवाई के दौरान सपा नेता आजम खां सीतापुर जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए। अब कोर्ट इस मामले में 16 मार्च को फैसला सुना सकती है।