बदायूं के इस्लामनगर कस्बे में सोमवार दोपहर को आतिशबाजी में धमाका होने से दो मंजिला मकान धराशायी हो गया। हादसे में महिला और तीन बच्चे मलबे में दब गए। धमाके से इलाक में दहशत फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया। सबसे पहले महिला और उसकी दो बेटियों को बाहर निकाला गया। तीनों गंभीर घायल हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। जेसीबी से मलबा हटाकर करीब आधे घंटे बाद तीसरे बच्चे को निकाला जा सका, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
दो मंजिला मकान में थी दुकान
इस्लामनगर कस्बा निवासी अख्तर का सड़क किनारे दो मंजिला मकान था। वह मकान के बाहरी हिस्से में गोल्डनइवेंट नाम से दुकान चलाता था। दुकान में वह खुद ही आतिशबाजी बनाने का काम करता था। शादी पार्टियों में आतिशबाजी की बुकिंग करता है। सोमवार दोपहर बाद समय करीब 2.30 बजे अचानक आतिशबाजी में धमाका हो गया।
धमाका इतनी तेज था कि पूरा मकान धराशायी हो गया। एक किमी तक धमाके की आवाज सुनी गई। छत के टुकड़े आसपास के घर में जाकर गिरे तो चीत्कार मच गया। मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया। मलबा हटाने के लिए तीन जेसीबी लगाई गई हैं। लोगों से पूछताछ में पता लगा कि हादसे के समय अख्तर के परिवार के चार सदस्य मकान में मौजूद थे। इनमें तीन बच्चे हैं। एक महिला है। मशक्कत के बाद दो बच्चों और महिला को मलबे से निकाल लिया गया है। अभी भी दो लोग मलबे में फंसे होने की बात कही जा रही है। बचाव कार्य जारी है।