बदायूं: गंगा एक्सप्रेस-वे पर गड्ढे में डूबने से दो किशोरों की मौत, चीखती रही बहन

बदायूं के बिसौली तहसील क्षेत्र के गांव ऐपुरा में शनिवार सुबह गंगा एक्सप्रेस-वे के गड्ढे में डूबकर दो किशोरों की मौत हो गई। 13 वर्षीय फुरकान पुत्र तसव्वर और 14 वर्षीय आमीन पुत्र सफी मोहम्मद अपनी बहन फूलवानो के साथ खेत में धान की रोपाई करने गए थे। उधर से लौटते समय दोनों किशोर गंगा एक्सप्रेस-वे के गड्ढे में अपने पैर धो रहे थे। तभी अचानक दोनों फिसल गए और उनकी गड्ढे में डूबकर मौत हो गई।

हादसा शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे हुआ। फुरकान के पिता तसव्वर के मुताबिक फुरकान, आमीन और उसकी बहन फूलवानो ने गांव के एक व्यक्ति के खेत में धान रोपाई का ठेका लिया था। इससे दोनों किशोर, फूलवानो व मोहल्ले के कुछ और बच्चे गांव से करीब डेढ़ किलो मीटर दूर गंगा एक्सप्रेस-वे के नजदीक खेत में धान की रोपाई करने गए थे।बताते हैं कि उन्होंने कुछ खेत में धान की रोपाई भी की लेकिन खेत में पानी कम था। इससे सभी बच्चे घर लौट रहे थे। उन्होंने खेत मालिक से बोल दिया था कि वह जब खेत में पानी कर ले, तभी वह खेत पर आकर रोपाई शुरू कर देंगे। फुरकान, आमीन और फूलवानो एक साथ में थे।

20 फुट गहरा है गड्ढा 
नजदीक में गंगा एक्सप्रेस-वे के नीचे पानी निकास को एक अंडरपास बनाया जा रहा है। उस अंडरपास के आगे करीब 15-20 फुट गहरा गड्ढा है। लगातार बरसात होने से उसमें पानी भर गया था। घर आने के दौरान फुरकान और आमीन उसी गड्ढे में अपने पैर धो रहे थे, तभी अचानक दोनों बच्चे उस गड्ढे में गिर गए।पास में खड़ी फूलवानो ने नजदीक में काम कर रहे गंगा एक्सप्रेस-वे के कर्मचारियों को बुलाने के लिए आवाज लगाई गई लेकिन उन्होंने आठ साल की बालिका की एक नहीं सुनी।

फूलवानो दौड़ती हुई अपने गांव पहुंची और शोर मचाते हुए उसने लोगों को जानकारी दी। कुछ ही देर में तमाम लोग मौके पर पहुंच गए। उससे पहले दो राहगीरों ने फुरकान को बाहर निकाल लिया। उसे स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। करीब दो घंटे बाद आमीन को निकाला गया। तब तक उसकी भी मौत हो गई। इसकी सूचना पर एसडीएम विजय कुमार मिश्र, सीओ बिसौली पवन कुमार और थाना पुलिस पहुंच गई। दोनों किशोरों के शव पोस्टमार्टम को भेजे गए हैं।

डीएम बोले- जांच कराएंगे
डीएम मनोज कुमार ने बताया कि हमने इस मामले में तीन दिन पहले ही निर्देश दिए थे कि गंगा एक्सप्रेस-वे के अधिकारी जहां-जहां गड्ढे किए हैं, वहां बैरिकेडिंग कराएं। आज जहां घटना हुई है, वहां बैरिकेडिंग नहीं थी। इस मामले की जांच कराएंगे। इसमें जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।एचजी इन्फ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड के वरिष्ठ प्रबंधक आरएन त्रिपाठी ने बताया कि इस समय गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण चल रहा है। हम अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं कि जब तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो, तब तक उसके नजदीक गांव का कोई व्यक्ति या बच्चा नहीं आए। हमने लोगों को भी जागरुक किया था। इसके बावजूद बच्चे पहुंच रहे हैं। इसमें बच्चों के माता-पिता जिम्मेदार हैं।

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