बलरामपुर अस्पताल में भर्ती बच्ची को एक्सपायर्ड इंजेक्शन लगा दिया गया। परिजनों ने इसकी शिकायत की तो अफसरों ने लापरवाही करने वाले को हटाने का दावा किया। मामला वायरल होने पर शनिवार को यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अस्पताल में तैनात सिस्टर इंचार्ज समेत पांच स्टाफ नर्सों को ड्यूटी से हटा दिया और मामले की जांच के लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
अलीगंज निवासी सूरज की दस साल की बेटी खुशी पीलिया से ग्रस्त है। इमरजेंसी के बाद उसे बाल रोग विभाग में भर्ती किया गया। सूरज का आरोप है कि शुक्रवार सुबह स्टाफ ने खुशी को एक्सपायर्ड इंजेक्शन लगा दिया। उनके विरोध पर हुई जांच में पता चला कि इंजेक्शन की एक्सपायरी डेट दिसंबर 2023 है।
मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लिया और कार्रवाई की। मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मरीजों के इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।