बेलड़ा प्रकरण ने पकड़ा तूल, रुड़की में महापंचायत का एलान, पुलिस-प्रशासन अलर्ट

बेलड़ा प्रकरण लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। रोड़ बिरादरी के पक्ष में राजेंद्र आर्या की ओर से एक वीडियो डाला गया है। वीडियो में राजेंद्र आर्या की ओर से बेलड़ा में महापंचायत करने का एलान किया गया है।

इसके साथ ही किसानों और बिरादरी के लोगों से अधिक से अधिक संख्या में बेलड़ा पहुंचने की अपील की जा रही है। हालांकि, वीडियो में महापंचायत की तारीख का एलान नहीं किया गया है। उधर, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही जिलेभर का पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया है। साथ ही महापंचायत को टालने के प्रयास शुरु कर दिए हैं। 

बेलड़ा में बनेगी पीस कमेटी
बेलड़ा गांव में हुए बवाल के बाद पुलिस-प्रशासन की ओर से गांव में आपसी प्रेमभाव और भाईचारा कायम करने के लिए पीस कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। पीस कमेटी में दोनाें पक्षों की ओर से पांच-पांच लोग शामिल होंगे। ये सभी गांव के मामले पर आपस में चर्चा करेंगे और अपने अपने पक्ष के लोगों से वार्ता करेंगे। साथ ही गांव में भविष्य में काेई घटना न हो इसके लिए ग्रामीणों को जागरूक करेंगे।

महिला का शांतिभंग में चालान

गंगनहर कोतवाली क्षेत्र स्थित सुभाष नगर निवासी चारु बुधवार अपनी बहन से विवाद कर रही थी। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को समझाने का प्रयास किया था, लेकिन महिला झगड़ा करती रही। इस पर पुलिस महिला को हिरासत में लेकर कोतवाली ले आई और शांतिभंग में चालान कर दिया।

ईद को लेकर ली बैठक
गंगनहर कोतवाली प्रभारी बीएल भारती की ओर से बृहस्पतिवार को ईद को लेकर सीएलजी मैंबर्स और ग्राम प्रधानों की बैठक ली। साथ ही ईद का त्योहार आपसी भाईचारा के साथ मनाने की अपील की। इस दौरान एसआई अनिल बिष्ट और अशोक रावत मौजूद रहे।

अनुसूचित जाति के लोगों पर बर्बरतापूर्ण हुई कार्रवाई : कांग्रेस

बेलड़ा में हुए बवाल को लेकर नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष ने गांव में पहुंचकर अनुसूचित जाति के लोगाें से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। साथ प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए अनुसूचित जाति के लोगों की रक्षा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया। मामले में न्यायिक जांच की मांग की। बेलड़ा निवासी पंकज की मौत के बाद 12 जून को जमकर बवाल हुआ था। इस मामले में पांच अलग-अलग केस दर्ज हो चुके हैं। जिसमें पुलिस और दूसरी जाति के लोगों पर डकैती समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज भी है। जबकि बवाल मामले में 56 समेत सैकड़ों अज्ञात पर केस दर्ज है। इस मामले में लगातार कई राजनीतिक दलों की निष्पक्ष जांच की मांग उठ रही है। बृहस्पतिवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने गांव पहुंचकर मृतक पंकज के परिवार और अन्य लोगों से वार्ता की।

जेल में बंद निर्दोष लोगों को छोड़ा जाए
इस दौरान मीडिया से वार्ता के दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में अनुसूचित जाति के लोगों पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की जा रही है। बेलड़ा प्रकरण में महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया है। कहा कि भाजपा के राज में लगातार अनुसूचित जाति के लोगों का उत्पीड़न हो रहा है और अपराध चरम सीमा पर है। कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं।

बेलड़ा प्रकरण में जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जिले के पुलिस अधिकारियों को हटाने और निर्दोष लोगों पर कार्रवाई न करने की मांग की जाएगी। साथ ही पीड़ित परिवार को 25 लाख का मुआवजा दिलाए जाने की मांग की जाएगी। कहा कि बेलड़ा प्रकरण एक नेता के षड़यंत्र पर हुआ है। उधर, प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों पर पुलिस-प्रशासन की ओर से अत्याचार किया गया है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। जो भी इस पूरे मामले में दोषी हो, उसपर कार्रवाई की जाए। जेल में बंद निर्दोष लोगों को छोड़ा जाए। इस दौरान विधायक फुरकान अहमद, ममता राकेश, अनुपमा रावत, विरेंद्र जाति, सचिन गुप्ता, महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, सोनू लाल, विकास त्यागी, किरणपाल, रवि, सीपी सिंह आदि मौजूद रहे।

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