जेल में बंद पूर्व विधायक विजय मिश्र की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गैंगस्टर के मुकदमे में पूर्व विधायक, उनके बेटे विष्णु मिश्र और भतीजे ब्लॉक प्रमुख डीघ मनीष मिश्र समेत 8 पर आरोप तय हो गए। शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच एमपी-एमएलए सुबोध सिंह की अदालत में पूर्व विधायक व उनके भतीजे मनीष मिश्र की पेशी हुई।
वहीं बेटे विष्णु मिश्रा की वीडियो कांफ्रेसिंग से पेशी हुई। कोर्ट ने गवाहों को तलब करते हुए अगली तारीख सात जुलाई तय की। सामूहिक दुष्कर्म के मुकदमे में विवेचक के न आने से अगली तारीख 28 जून तय की गई।
रिश्तेदार की संपति हड़पने के मामले में सपा एवं निषाद पार्टी के पूर्व विधायक विजय मिश्र आगरा जेल में निरुद्ध हैं। प्रशासन ने पूर्व विधायक, बेटे विष्णु मिश्रा, भतीजे मनीष, सतीश मिश्र, करीबी हनुमान सेवक पांडेय, गिरधारी पाठक, नाती विकास मिश्रा, सुरेश केसरवानी के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। एमपी-एमएलए कोर्ट में इसकी सुनवाई चल रही है।शुक्रवार को इसी मामले में पूर्व विधायक और भतीजा मनीष मिश्र कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश हुए।
जहां सरकारी एवं उनके अधिवक्ताओं के बीच घंटों बहस चली। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने 8 लोगों के खिलाफ आरोप तय किया। मुकदमे में अब गवाहों को तलब किया गया है। जिसमें विवेचक संग अन्य लोग शामिल हैं।वहीं सामूहिक दुष्कर्म के मुकदमे में एसटीएफ के विवेचक अमिताभ श्रीवास्तव कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। अदालत ने पूर्व विधायक और बेटे को तलब करते हुए 28 जून को अगली तारीख तय की। पूर्व विधायक के अधिवक्ता आनंद शुक्ला ने बताया कि आरोप तय होने के बाद अब गवाहों का बयान दर्ज किया जाएगा। जिसके लिए उन्हें तलब किया गया है।