बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने आज अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी किया है। इसमें पार्टी ने वादा किया कि हर बिहारवासियों को फ्री में कोरोना का टीका लगाया जाएगा। भाजपा के इस वादे पर आरजेडी सहित कई विपक्षी दलों ने हमला बोला है।
आरजेडी ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा, ‘कोरोना का टीका देश का है, भाजपा का नहीं! टीका का राजनीतिक इस्तेमाल दिखाता है कि इनके पास बीमारी और मौत का भय बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है! बिहारी स्वाभिमानी हैं, चंद पैसों में अपने बच्चों का भविष्य नहीं बेचते!’ वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार चुनाव के लिए भाजपा के पास कोई चेहरा नहीं है। इसलिए विजन डॉक्यूमेंट जारी करने के लिए वित्त मंत्री को आना पड़ा। उन्होंने कहा कि सीतारमण जी को पहले बताना चाहिए कि उन्होंने बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इसे लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि क्या बीजेपी पार्टी के खजाने से इन टीकों का भुगतान करेगी? यदि यह सरकारी खजाने से आ रहा है तो बिहार को मुफ्त टीके कैसे मिल सकते हैं, जबकि देश के बाकी हिस्सों में भुगतान करना पड़ेगा? यह लोकलुभावन वादा गलत है, क्योंकि कोरोना के वक्त यह भेदभाव करता है।
वहीं इन आरोपों पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा, ‘बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कोरोना का मुफ्त टीका देने का वादा किया गया है ये सभी कार्यक्रमों की तरह है। केंद्र, राज्यों को मामूली दर पर टीका प्रदान करेगा। यह राज्य सरकार को तय करना है कि वे इसे मुफ्त देना चाहते हैं या नहीं. स्वास्थ्य राज्य का विषय है, बिहार भाजपा ने इसे मुफ्त देने का फैसला किया है। सरल।’