मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार दोपहर अधिवेशन भवन में BPSC की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया। लोगों को संबांधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 लाख युवाओं को नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार के लिए हमने कहा है उसके लिए तेजी से काम करें। परीक्षा में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो इसका ध्यान रखिएगा। जिन लोगों को परीक्षा कार्य की जिम्मेवारी मिलती है वे इस बात का ध्यान रखें कि परीक्षा कार्य का संचालन बेहतर और पारदर्शी ढंग से हो। कार्य पूरी ईमानदारी से करें ताकि कोई गड़बड़ी न कर सके। मुख्य परीक्षा पास करनेवाले अभ्यर्थी जो साक्षात्कार में शामिल होते हैं उन अभ्यर्थियों का मूल्यांकन पारदर्शी और बेहतर ढंग से हो ताकि किसी को कोई शिकायत न हो।
45 हजार 892 पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई चल रही
BPSC में स्टाफ की भी कोई कमी न रहे इसका ध्यान रखें। बिहार लोक सेवा आयोग को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसका ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि पिछले 18 वर्षों से विभिन्न पदों पर 24 हजार 301 नियुक्ति की गयी है और 45 हजार 892 पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई चल रही है। 40 हजार 506 हेडमास्टर साहब का काम भी तेजी से की जानी चाहिए। राज्य सरकार हर तरह से सहयोग करने के लिए तैयार है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करते हैं तो उन्हें एक लाख रुपये तथा बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करते हैं तो उन्हें 50 हजार रुपये की राशि दी जाती है ताकि वे आगे की परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से कर सकें।
छह सदस्यों में से तीन ही सदस्य कार्यरत हैं।
उन्होंने कहा कि BPSC का यह 75वां साल है इसका और विस्तार हो और जिम्मेदारी सौंपी जाए ताकि और बेहतर ढंग से काम हो सके। बिहार लोक सेवा आयोग को जो भी आवश्यकता है, सरकार इसमें सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले मैं बिहार लोक सेवा आयोग के 75वें स्थापना दिवस पर बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। BPSC की स्थापना 1 अप्रैल, 1949 में हुई थी जिसका मुख्यालय रांची में था लेकिन वर्ष 1951 में इसका मुख्यालय रांची से पटना स्थानांतरित किया गया। BPSC में एक अध्यक्ष के साथ पहले 10 सदस्य हुआ करते थे लेकिन बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद BPSC में अध्यक्ष के साथ सदस्यों की संख्या छह कर दी गई। अभी छह सदस्यों में से तीन ही सदस्य कार्यरत हैं। 3 सदस्य सेवानिवृत्त हुए हैं जिनका स्थान रिक्त है उन स्थानों पर नए सदस्यों का शीघ्र मनोनयन किया जाए। अगले पांच दिनों के अंदर इस काम को पूरा कर लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने किया स्मारिका का विमोचन
कार्यक्रम को वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्यमंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद, बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य इम्तियाज अहमद करीमी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में बिहार लोक सेवा आयोग की सदस्य दीप्ति कुमारी ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न, संविधान की प्रति एवं हरित गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम में बिहार लोक सेवा आयोग से संबंधित एक स्मारिका का मुख्यमंत्री ने विमोचन किया। कार्यक्रम में बिहार लोक सेवा आयोग पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।