केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश और पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान ही कुछ नेताओं को वीआईपी सुरक्षा देने का फैसला किया है। केंद्र से सिक्योरिटी पाने वाले नेताओं में भाजपा के अलावा समाजवादी पार्टी और अकाली दल के नेता भी शामिल हैं। बताया गया है कि इसके लिए सीआरपीएफ के साथ सीआईएसएफ को निर्देश दिए गए हैं।
किन बड़े नामों को मिलेगी केंद्रीय सुरक्षा?
केंद्र सरकार ने जिन बड़े नामों को सुरक्षा देने का फैसला किया है, उनमें भाजपा नेता एसपीएस बघेल का नाम शामिल है, जिन पर हाल ही में करहल में हमला हुआ था। बघेल करहल में सपा नेता अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उन पर हुए हमले के बाद केंद्र सरकार ने उन्हें सुरक्षा देने का फैसला किया है।
बताया गया है कि कई नेताओं को केंद्रीय सुरक्षाबलों की सुरक्षा अलग से मुहैया कराई गई है। यानी कुछ ऐसे भी नेताओं को सुरक्षा दी गई है, जिन्हें पहले से ही राज्य सरकार ने पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई थी। हालांकि, कई उम्मीदवारों से यह वीआईपी सुरक्षा विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद छीन ली जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नेताओं को वीआईपी सुरक्षा मुहैया कराने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को इन नेताओं की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है। दोनों ही अर्धसैनिक बल अपने विशेष कमांडो दस्ते के जरिए वीआईपी सुरक्षा मुहैया कराते हैं।
किन नेताओं को मिली है वीआईपी सुरक्षा?
केंद्र सरकार ने एसपीएस बघेल के अलावा दिल्ली से सांसद और गायक हंसराज हंस को जेड सुरक्षा दी है। इसके अलावा यूपी की भदोही लोकसभा सीट से सांसद रमेश चंद बिंद को एक्स कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। इस छोटी सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ के हाथ में होगा। इसके अलावा सीआरपीएफ को यूपी और पंजाब में कम से कम 20 नेताओं को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा गया है।
पंजाब से शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के नेता सुखविंदर सिंह बिंद्रा और पार्टी के उम्मीदवार परमिंदर सिंह ढींढसा और अवतार सिंह जीरा को सुरक्षा दी जाएगी। इन्हें वाई से लेकर वाई प्लस स्तर की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, इन सभी की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर अगला फैसला 10 मार्च को लिया जाएगा। गौरतलब है कि यूपी में अभी पांच चरणों की वोटिंग बाकी है, जो कि सात मार्च तक जारी रहेगी। वहीं पंजाब में 20 फरवरी को एक ही चरण में वोटिंग होगी। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे घोषित होंगे।