कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की दो टूक, जो प्रस्ताव दिया उससे बेहतर कुछ और नहीं

किसान संगठनों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच आज 11वें दौर की बैठक हुई. किसान फिलहाल 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने पर अड़े हैं.

अगली मीटिंग के लिए कोई तारीख तय नहीं

सरकार ने किसान प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग में कहा कि आपके सहयोग के लिए आभारी हैं. कानून में कोई कमी नहीं है. हमने आपके सम्मान में प्रस्ताव दिया था. आप निर्णय नहीं कर सके. आगे आप अगर किसी निर्णय पर पहुंचते हैं तो हमें जानकारी दे दें. इस पर फिर हम चर्चा करेंगे. मीटिंग के लिए आगे कोई बातचीत तय नहीं की गई है.

प्रस्ताव को लेकर गैर जिम्मेदाराना बयान क्यों दिए जा रहे, सरकार ने जताई नाराज़गी

किसानों और सरकार के बीच तकरीबन 12.50 मिनट पर मीटिंग शुरू हुई थी और 1 बजकर 9 मिनट पर सरकार ने कहा कि आप प्रोपोजल पर फिर से विचार करिए, साथ ही नाराज़गी जताई की बैठक की बातें और बाहर मीडिया में प्रपोजल को लेकर गैरजिम्मेदाराना बयान क्यों दिए जाते हैं? लंच के बात एक बार फिर अधिकारी और किसान बैठक के लिए आए, लेकिन केन्द्रीय मंत्री बैठक में नहीं पहुंचे, तकरीबन 4 घंटे बाद केन्द्रीय मंत्री बैठक में पहुंचे. लंच के बाद बैठक मुश्किल से 10 मिनट ही चली और सरकार ने फिर से विचार करने की बात कहकर मीटिंग खत्म कर दी. फिलहाल कोई न‌ई तारीख या प्रपोजल का ऐलान नहीं किया गया है.

किसानों और सरकार के बीच मीटिंग खत्म

किसानों और सरकार के बीच विज्ञान भवन में चल रही 11वें दौर की बातचीत खत्म हो गई है

किसान नेता कक्का जी ने बीच में ही छोड़ी मीटिंग

किसानों और सरकार के बीच क‌ई घंटों के लंबे ब्रेक के बाद मीटिंग एक बार फिर से शुरू हो गई है. वहीं किसान नेता काका जी विज्ञान भवन से बाहर आ गए हैं. उनके किसी रिश्तेदार की मौत हो गई थी, जिसके चलते वो बीच में ही बैठक छोड़कर चले गए.

किसान यूनियन के सदस्यों को मनाया गया जन्मदिन

दिल्ली में आज विज्ञान भवन के बाहर किसान यूनियनों के कुछ सदस्यों का जन्मदिन मनाया गया.

मीटिंग में हो रहा केन्द्रीय मंत्रियों का इंतजार

केन्द्रीय मंत्रियों का बैठक में इंतजार किया जा रहा है, सरकार का कहना है कि किसान पहले अपना रुख साफ कर लें, हॉल में फिलहाल किसान और अधिकारी ही बैठे हैं.

लंच ब्रेक के बाद फिर शुरू हुई मीटिंग

विज्ञान भवन में लंच ब्रेक के बाद एक बार फिर किसानों और सरकार के बीच बातचीत शुरू हो गई है.

बैठक में हुआ लंच ब्रेक

किसान संगठन और सरकार के बीच चल रही मीटिंग में अभी लंच ब्रेक हुआ है. किसानों ने आज भी अपना लंगर मंगवाया है.

कांग्रेस ने वर्किंग कमिटी की मीटिंग में की किसानों की चर्चा

आज कांग्रेस वर्किंग कमिटी की मीटिंग हुई थी. इसमें किसानों के मुद्दे पर एक प्रस्ताव पास किया गया है.

किसानों-सरकार की मीटिंग जारी, क्या निकलेगा कोई समाधान?

किसान संगठनों और सरकार के बीच मीटिंग जारी है. देखना होगा कि क्या आज कोई समाधान निकलता है. क्या सरकार किसानों को ट्रैक्टर मार्च नहीं निकालने पर मना पाएगी? या किसान अपनी मांगों पर अड़े रहेंगे.

किसान संगठनों और सरकार की मीटिंग शुरू

किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच विज्ञान भवन में कृषि कानूनों पर बैठक शुरू हुई। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश मौजूद हैं।

पीयूष गोयल विज्ञान भवन पहुंचे

किसानों के साथ होने वाली 11वें दौर की वार्ता के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल विज्ञान भवन पहुंचे. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पहले ही पहुंच गए हैं.

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे

किसान नेताओं से बातचीत के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंच चुके हैं. यहां कृषि कानूनों पर 11वें दौर की मीटिंग होगी.

कुछ देर में शुरू होगी किसान नेताओं और सरकार की मीटिंग

सरकार और किसान नेताओं के बीच 11वें दौर की मीटिंग कुछ देर में शुरू होगी. किसान नेता विज्ञान भवन पहुंच चुके हैं. आज किसान आंदोलन का 58वां दिन है.

सरकार थोड़ा और सकारात्मक करे रवैया – किसान नेता

सरकार का रवैया थोड़ा और सकारात्मक होगा तो बेहतर हो सकता है. सरकार ने जो प्रस्ताव दिया था उसमें पुराने प्रस्ताव से थोड़ा फर्क था इसीलिए वह प्रस्ताव हम आमसभा में ले गए थे. चर्चा के बाद उन लोगों ने उसे मानने से इनकार कर दिया. 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली को लेकर बातचीत चल रही है. रैली तो होगी ही. सरकार रिंग रोड पर आने से मना कर रही है लेकिन किसान पीछे नहीं हटेगा. हम देखते हैं इसे शांतिपूर्ण तरीके से कहां तक कामयाब किया जा सकता है: अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह

किसान नेता बोले – सरकार के प्रस्ताव को हम ठुकराते हैं

सभी ने शाम को ये फैसला लिया कि हम सरकार के प्रस्ताव को खारिज करते हैं. हम बैठक में सरकार को प्रस्ताव को ठुकराने पर अपनी दलील के साथ जवाब देंगे. आज की चर्चा हमारी मांगों पर केंद्रित होगीः श्रवण सिंह पंढेर, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव

26 जनवरी को किसान निकालेंगे रैली

किसानों ने कहा है कि 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी रिंग रोड पर ही यह रैली निकाली जाएगी. पुलिस और किसान संगठनों के बीच बैठक के बाद ‘स्वराज अभियान’ के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस चाहती थी कि किसान अपनी ट्रैक्टर रैली दिल्ली के बाहर निकालें. हम दिल्ली के भीतर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी परेड निकालेंगे. वहीं, पुलिस अधिकारियों ने किसान संगठनों को इस बात के लिए मनाने का प्रयास किया कि वे ट्रैक्टर रैली बाहरी रिंग रोड की बजाय कुंडली-मानेसर पलवल एक्सप्रेस पर निकालें.संयुक्त पुलिस आयुक्त (उत्तरी क्षेत्र) एस एस यादव ने इस बैठक का समन्वय किया. यह बैठक सिंघू बॉर्डर के निकट मंत्रम रिजॉर्ट में हुई. बैठक में विशेष आयुक्त (विधि व्यवस्था-उत्तरी क्षेत्र) संजय सिंह, विशेष पुलिस आयुक्त (गुप्तचर) दीपेंद्र पाठक और दिल्ली, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इसी तरह एक बैठक किसान नेताओं और दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस बलों के अधिकारियों ने बुधवार को विज्ञान भवन में की थी.

राजपथ की तरह ट्रैक्टर परेड में किसानों की होंगी झांकियां, गणतंत्र दिवस की शान को करेंगे ऊंचाः योगेंद्र यादव

गणतंत्र दिवस पर किसानों की ओर से प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को लेकर चर्चा जोरों पर है. ‘स्वराज अभियान’ के नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड में झांकियां भी दिखेंगी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ’26 जनवरी को दिल्ली में होने वाले ट्रैक्टर मार्च में राजपथ की तरह किसानों की ट्रैक्टर परेड में झांकियां भी दिखेगीं. हर ट्रैक्टर पर तिरंगा झंडा व किसान संगठनों के झंडे लगाए जाएंगे. इस परेड को देखने के लिए आम जनता को भी न्योता दिया गया है.

कानून वापस ले सरकरा – किसान नेता

सरकार जब तक कृषि क़ानूनों को वापस नहीं लेती, सरकार का कोई भी प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया जाएगा. हम सरकार को कहेंगे कि इन क़ानूनों को वापस कराना, MSP पर क़ानूनी अधिकार लेना यही हमारा लक्ष्य है. हमने सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया है: किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां

‘शहीद किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे’

सयुंक्त किसान मोर्चा की तरफ से किसान नेता डॉ. दर्शन पाल द्वारा जारी बयान के अनुसार, इस आंदोलन के दौरान 140 किसान अपनी जान गवां चुके हैं. मोर्चा ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “इस जनांदोलन को लड़ते-लड़ते ये साथी हमसे बिछड़े हैं. इनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.” उधर, पूर्व घोषित किसान परेड को लेकर दिल्ली पुलिस के साथ हुई बैठक की जानकारी देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने दिल्ली में प्रवेश न करने की बात कही, वहीं किसानों ने दिल्ली के रिंग रोड पर परेड करने की बात मजबूती से रखी.

किसान आंदोलन का 58वां दिन

दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन का आज 58वां दिन है. किसान संगठनों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच 11वें दौर की बैठक आज यानी शुक्रवार को 2 बजे विज्ञान भवन में होनी है. किसान फिलहाल 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने पर अड़े हैं.

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