बिहार में फिर भड़की हिंसा, सासाराम में ब्लास्ट से 5 घायल

बिहार के सासाराम और नालंदा में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. सासाराम से हिंसा का ताजा मामला सामने आया है. यहां एक बम ब्लास्ट हुआ है, जिसमें पांच लोग घायल हो गए हैं. सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस घटनास्थल पर मौके पर पहुंची है. वहीं, नालंदा में बिहारशरीफ के पहाड़पुरा इलाके में भी शनिवार को दो गुट आमने-सामने आ गए.

इस दौरान करीब 12 राउंड फायरिंग हुई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है. उधर, बिहारशरीफ में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है, जबकि 144 पहले से लागू है. इसको लेकर पूरे शहर को जानकारी दी जा रही है. पूरा शहर में पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. रैपिड एक्शन फोर्स को भी शहर में उतरा गया है.

इन सबके बीच देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह शनिवार को पटना पहुंचे हैं. वो रविवार सुबह 11:30 बजे दीघा में सशस्त्र सीमा बल (SSB) के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद नवादा जाएंगे. वहां से लौटने के बाद वो दिल्ली लौट जाएंगे. गृह मंत्री SSB के विभिन्न उद्घाटन एवं शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होंगे.

गृहमंत्री अमित शाह का सासाराम का दौरा रद्द

गौरतलब है कि रामनवमी के दूसरे दिन यानी शुक्रवार को पहले सासाराम में पथराव-आगजनी हुई थी, फिर नालंदा भी सुलग उठा. हिंसक झड़पों के बाद धारा 144 लागू होने के कारण शाह का बिहार के रोहतास में सासाराम का दौरा रद्द कर दिया गया है. हिंसा की घटनाओं को लेकर बीजेपी राज्य सरकार पर हमलावर है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में क्या हो रहा है, सीएम नीतीश कुमार को मालूम ही नहीं है. पुलिस फ्लैग मार्च कर रही और अधिकारी झूठ बोल रहे हैं. 

बिहारशरीफ के पहाड़पुरा इलाके में फायरिंग

उधर, शनिवार को नालंदा जिले में बिहारशरीफ के पहाड़पुरा इलाके में दो गुट एक बार फिर भिड़ गए. इस दौरान हुई 12 राउंड फायरिंग से इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया. फायरिंग में तीन लोग घायल हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

पहाड़पुरा के बाद अब काशी तकिया इलाके में भी दो समुदाय के बीच गोलीबारी हुई है. करीब 6 राउंड फायरिंग से इलाके में दहशत का माहौल है. इलाके में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. 

नालंदा के बाद बात करें सासाराम की तो यहां हिंसा का खौफ ऐसा है कि कुछ लोग घर छोड़ कहीं और चले गए. हालांकि, सासाराम एसपी का कहना है कि कस्बे में स्थिति सामान्य हो गई है और क्षेत्र से लोगों के पलायन की खबरें निराधार हैं. वहीं, सासाराम में सभी शैक्षणिक संस्थानों को 4 अप्रैल तक बंद रखने का फैसला किया गया है.

एक दंपती ने खोली प्रशासन के दावों की पोल

यहां शुक्रवार दोपहर उपद्रवियों ने पथराव किया, बाइकें तोड़ीं, गाड़ियों को जलाया और लूटपाट भी की थी. कई घंटे तक सासाराम में हिंसा का खुला खेल चलता रहा. हालात पर काबू पाने के लिए हिंसा प्रभावित इलाके में धारा-144 लागू है. सासाराम के एक हिंसाग्रस्त इलाके में घर खाली करके जा रहे एक दंपती ने पुलिस प्रशासन के दावों की पोल खोल दी. घर के मुखिया ने बताया, ”जब हम लोगों की रखवाली ही कोई नहीं कर रहा तो यहां कैसे रहेंगे?”

इसके अलावा, अपने बचे खुचे सामान को समेटकर जाने की तैयारी कर रही महिला ने आरोप लगाया, ”प्रशासन के सामने हमारे घरों में आग लगाई गई. सामान जलाकर राख कर दिया गया. जब हम लोगों ने मदद की गुहार लगाई तो पुलिस-प्रशासन की ओर से कहा गया कि आप लोग पहले जान बचाइए. जिंदगी रहेगी तो कितने ही घर मिल जाएंगे. इसलिए हम मजबूरी में भाग रहे हैं.”

झारखंड के साहिबगंज में जुलूस पर पथराव

जुलूस पर पथराव की शनिवार को एक और घटना झारखंड के साहिबगंज से सामने आईं. यहां कृष्ण नगर मोहल्ले में चैती दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान जुलूस पर पथराव किया गया. इतना ही नहीं आगजनी भी की गई, जिसमें उपद्रवियों ने दो मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया. पथराव में सदर डीएसपी राजेंद्र कुमार दुबे सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसके साथ ही 3 अन्य लोग भी घायल हुए हैं. पुलिस-प्रशासन ने मोर्चा संभाला है और स्थिति नियंत्रण में है. उपायुक्त रामनिवास यादव और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे हैं.

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