संत कबीर नगर के महुली थाना क्षेत्र अंतर्गत हरिहरपुर नगर पंचायत में एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां नगर पंचायत अध्यक्ष के कैम्प कार्यालय में देवर और भाभी ने परिवार की सहमति से विवाह किया। इस मौके पर दोनों पक्षों के परिजनों के साथ सभासद और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। खास बात यह रही कि विवाह के दौरान महिला का पूर्व पति शामिल नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार, हरिहरपुर क्षेत्र के निवासी एक युवक की शादी छह महीने पहले गोरखपुर जिले की सहजनवा निवासी खुशबू से हुई थी। शादी के कुछ ही समय बाद उसका पति काम के सिलसिले में मुंबई चला गया। इसी दौरान खुशबू और उसके देवर अमित के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं और दोनों एक-दूसरे से मिलने-जुलने लगे।
परिवार को जब इस रिश्ते की भनक लगी, तो दोनों घर छोड़कर चले गए। बाद में उन्हें समझाकर वापस लाया गया, लेकिन दोनों साथ रहने की जिद पर अड़े रहे। मामला नगर पंचायत अध्यक्ष रविंद्र प्रताप शाही उर्फ पप्पू शाही के पास पहुंचा, जिन्होंने परिवारों की सहमति से अपने कैम्प कार्यालय में ही दोनों का विवाह संपन्न कराया।
विवाह के दौरान अमित ने खुशबू की मांग में सिंदूर भरकर उसे पत्नी के रूप में स्वीकार किया। शादी में दोनों परिवारों के सदस्य, सभासद जयराम, पवन शर्मा, चंदन सैनी, महेश गोस्वामी, दीपक चौधरी और विधायक प्रतिनिधि पंकज कन्नौजिया भी उपस्थित रहे। इस दौरान खुशबू का पूर्व पति न केवल गैरहाज़िर रहा, बल्कि उसने स्पष्ट किया कि अब उसका इस रिश्ते से कोई लेना-देना नहीं है।