शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने शाखा प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने वार्डों में कम से कम 300 घरों तक पहुंचें और मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित करें। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को शिवसेना की उपलब्धियों और नीतियों से अवगत कराना ज़रूरी है।
ठाकरे ने संगठन के पदाधिकारियों से कहा कि वे बूथ स्तर की संरचना को मज़बूत करें, स्थानीय कार्यकर्ताओं को सक्रिय करें और हर क्षेत्र में पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करें। उन्होंने यह भी कहा कि जब मुंबई की बागडोर शिवसेना के हाथों में थी, तब शहर में ठोस विकास कार्य हुए, लेकिन मौजूदा सरकार के कार्यकाल में नगर व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई है।
संगठन को मजबूत करने पर विशेष ज़ोर
बैठक में शाखा, वार्ड और विधानसभा स्तर के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्रों में आंतरिक बैठकों का आयोजन कर चुनावी रणनीति पर काम शुरू करें। बूथ स्तर पर मतदाता सूचियों की गहन जांच और अद्यतन की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने को कहा गया, ताकि चुनाव के दिन किसी प्रकार की तकनीकी खामी या गड़बड़ी न हो।
इसके अतिरिक्त, पड़ोसी शाखाओं और विभिन्न पदाधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और एकजुट होकर चुनावी अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिन शाखाओं की जिम्मेदारी डिप्टी मेयर स्तर के नेताओं को दी गई है, उन्हें क्षेत्रीय दौरे कर जमीनी कार्यों की निगरानी करने और जनसंपर्क अभियान को प्रतिदिन चलाने का कहा गया है।
शिवसेना शासनकाल की उपलब्धियां गिनाईं
उद्धव ठाकरे ने बैठक के दौरान अपने कार्यकाल की उपलब्धियों की याद दिलाते हुए कहा कि जब शिवसेना महानगरपालिका में सत्ता में थी, तब शहर की जल आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं, सफाई व्यवस्था, शिक्षा और सार्वजनिक परिवहन जैसे क्षेत्रों में अहम सुधार हुए थे। साथ ही, कोस्टल रोड जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स को भी उस दौर में गति मिली थी।
उन्होंने सभी पदाधिकारियों से अपील की कि इस बार बीएमसी चुनाव में पूरी ताकत झोंककर पूर्ण बहुमत प्राप्त करें और एक बार फिर नगर निगम में शिवसेना का ध्वज लहराएं।