21 नवंबरः कट्टर ईमानदार होने का बार-बार दावा करने वाला अरविन्द केजरीवाल जनता को मूर्ख बना कर अपनी लफ्फाजी व गलत बयानी के बल पर दिल्ली का मुख्यमंत्री बन बैठा है और उसने तथा उसके चेले-चपाटों ने दिल्ली में लूट-खसोट का बाज़ार गर्म कर रखा है। राहुल गांधी की मूर्खता के चलते जिस तरह कैप्टन अमरिन्दर सिंह की मज़बूत सरकार को खत्मकर पंजाब में एक जोकर को मुख्यमंत्री बनाया गया, उससे केजरीवाल को पंजाब में भी लूट-खसोट का मौका मिल गया।
एक बेवडे को मुख्यमंत्री इसलिए बनाया कि पंजाब सरकार की बागडोर भी उसके हाथों में रहे, भले ही बेवड़े ने जर्मनी में नाक कटा ली हो। पंजाब चुनाव से पहले ही कुमार विश्वास ने कह दिया था कि केजरीवाल की खालिस्तानी आतंकियों से सांठगांठ है। उनकी यह बात अब सच साबित हो रही है। पंजाब में आतंकवाद नये सिरे से जड़ें जमा रहा है, इस सच्चाई को साबित करती हुई अनेक वारदातें सामने आ चुकी हैं।
पंजाब नशीली वस्तुओं का बहुत पहले से केन्द्र बना हुआ है। वहीं पाकिस्तान के एजेंट व आईएसआई के गुर्गे भी सक्रिय हैं। तीन किसान कानूनों की आड़ लेकर जब पंजाब के मंड़ी के दलालों ने दिल्ली घेरी थी, तब पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह को बता दिया था कि आन्दोलन में आतंकवादियों ने घुसपैठ कर ली है।
पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल ने वहां के लोगों को झांसा दिया था कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही, पंजाब से आतंकवाद का खात्मा हो जायगा और पाकिस्तान से होने वाली हथियारों तथा ड्रग की आमद रुक जायेगी लेकिन केजरीवाल के अन्य झूठे वायदों की तरह यह वायदा भी झूठा सिद्ध हुआ है।
भारत-पाक सीमा पर केन्द्र सरकार की ओर से तैनात बीएसएफ की 103 बटालियन के जवानों ने आम आदमी पार्टी के तरणतारन के विधायक सरवन सिंह धंध के भतीजे जशनप्रीत सिंह के कब्ज़े से पाकिस्तानी ड्रोन से गिराई गई एक किलो 10 ग्राम हैरोइन बरामद की है। बीएसएफ ने पाकिस्तानी ड्रोन भी बरामद कर लिया है। पंजाब का केजरीवाल शासन में नशीले पदार्थों का केन्द्र बना रहना यह दर्शाता है कि कट्टर ईमानदार पंजाब में भी दलाली की दुकान चलाने में जुटा है।
गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’