कैप्टन ने चन्नी पर साधा निशाना- कृषि कानूनों पर किसानों को भ्रमित न करें

पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के तेवर कांग्रेस पार्टी और उसमें अपने पुराने सहयोगियों के प्रति लगातार तल्ख होते जा रहे हैं। शनिवार को कैप्टन ने अपनी कैबिनेट में मंत्री रहे और अब प्रदेश के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पंजाब में किसानों को कृषि कानूनों के बारे में भ्रमित न करें।

कैप्टन का यह ट्वीट एसे समय में आया है जब मुख्यमंत्री चन्नी ने तीनों कृषि कानून रद्द करने के लिए 8 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। गौरतलब है कि इस मामले पर कैप्टन ने भी अपने मुख्यमंत्री काल के दौरान विधानसभा में केंद्र के तीनों कृषि कानूनों में संशोधन संबंधी प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल को भेजे थे।

चन्नी ने विधानसभा के विशेष सत्र में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने संबंधी प्रस्ताव लाने के मुद्दे पर शनिवार को चंडीगढ़ में किसानों नेताओं से बातचीत की थी और उनके सुझाव मांगे थे। बाद में मुख्यमंत्री ने किसान नेताओं से मुलाकात के बारे में ट्वीट कर जानकारी सार्वजनिक कर दी।

इस पर कैप्टन ने ट्वीट किया- यह सब कुछ मैं मुख्यमंत्री रहते कर चुका हूं। हमने कृषि कानूनों पर किसान नेताओं से बात की थी और विधानसभा में संशोधित कानून का अपना प्रस्ताव पारित किया था। लेकिन राज्यपाल पारित कानून को दबाए बैठे रहे और आगे भी राज्यपाल इसी तरह किसी भी नए कानून को दबाए रखेंगे। इसलिए किसानों को ऐसे झूठे वादों से भ्रमित न करें।

पर्दे के पीछे सोनिया से बातचीत नहीं : कैप्टन
कैप्टन ने शनिवार को उन खबरों का भी खंडन किया, जिनमें कहा गया था कि कैप्टन को कांग्रेस में वापस लाने के लिए सोनिया गांधी और कैप्टन के बीच पर्दे के पीछे बातचीत चल रही है। इस मुद्दे पर किए ट्वीट में कैप्टन ने लिखा- कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे बातचीत की खबरें पूरी तरह गलत हैं। मेल-मिलाप का समय समाप्त हो चुका है। पार्टी से अलग होने का फैसला काफी सोच-विचार के बाद लिया गया है और यह अंतिम है। मैं सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं, लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा।

इससे पहले एक अन्य ट्वीट में कैप्टन ने लिखा- मैं जल्दी ही अपनी पार्टी लांच करूंगा और किसानों का मुद्दा सुलझने के बाद पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 के लिए भाजपा के अलावा अकाली दल से अलग हुए गुटों और अन्य के साथ सीट बंटवारे के लिए बातचीत करूंगा। मैं पंजाब और किसानों के हित में मजबूत सामूहिक शक्ति का निर्माण करना चाहता हूं।

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