शाहीनबाग में अतिक्रमण विरोधी अभियान में बाधा डालने पर अमानतुल्ला खान पर मुकदमा दर्ज

दिल्ली के शाहीन बाग इलाका एक बार फिर चर्चा में है. यहां सोमवार को अतिक्रमण हटाने पहुंचा बुलडोजर वहां से खानापूर्ति कर वापस लौट गया. भारी हंगामे के बीच MCD कर्मचारियों ने वहां सिर्फ एक बिल्डिंग के बाहर लगी लोहे की रॉड्स को हटवाया, जो वहां रेनोवेशन के काम के लिए लगी थी. कई स्थानीय नेताओं ने जमकर बवाल काटा. वो MCD के बुलडोजर के आगे बैठ गए और उन्होंने  MCD और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इन स्थानीय नेताओं को बाद में हटा लिया गया और कुछ को हिरासत में भी लिया गया. 

ऐसे में अब मामले में शाहीन बाग पुलिस स्टेशन में SDMC ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान और उनके समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद देर शाम विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. अमानतुल्लाह पर एमसीडी अधिकारियों द्वारा की जा रही कार्रवाई में अवरोध पैदा करने का आरोप है. 

इसी बीच विधायक अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट करते हुए कहा कि ओखला विधानसभा क्षेत्र की जनता का मैं शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मेरा साथ दिया और कुछ दिन पहले ही दुकानों के बाहर से सामान हटा लिए. MCD को शाहीन बाग में कहीं Encroachment नहीं मिला और उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा. भाजपा सिर्फ MCD का इस्तेमाल कर माहौल खराब करने में लगी हुई है. 

बता दें कि दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने पुलिस कमिश्नर और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर को चिट्ठी लिखी और कहा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने शाहीन बाग में बुलडोजर को रोका. उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के लिए कार्रवाई की जाए. 

वहीं अतिक्रमण को लेकर शाहीन बाग से निगम पार्षद वाजिद खान ने आजतक से कहा कि वहां ऐसा कुछ नहीं है. दुकानों से आगे निकले हिस्से, सीढ़ियों पर जब सवाल किया गया तो वाजिद ने कहा कि लोगों ने अपनी ही जगह का आगे का हिस्सा छोड़कर वहां स्पेस दिया हुआ है, ताकि थोड़ा सामान बाहर भी रखा जा सके. फिलहाल शाहीन बाग से अतिक्रमण हटाने का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है.

दिल्ली में बुलडोजर कार्रवाई

एमसीडी के प्लान के मुताबिक, 4 मई को तुगलकाबाद के एमबी रोड के आसपास करणी शूटिंग रेंज इलाके में अतिक्रमण हटाया गया था. तब स्थानीय लोगों ने दक्षिणी दिल्ली नगर-निगम की इस कार्रवाई का विरोध किया था. उनका कहना था कि उनकी दुकानें यहां 15 साल से थीं. अब नगर निगम अचानक उन्हें तोड़ दिया है. 

इसके अलावा साउथ दिल्ली नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने का अभियान दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के उस पत्र के बाद चलाया था जिसमें उन्होंने दक्षिण और पूर्व नगर निगम को रोहिंग्या, बांग्लादेशी और अन्य असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग की थी.

जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन हुई हिंसा के बाद वहां भी बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया गया था. हालांकि, तब कार्रवाई बहुत ज्यादा लंबी नहीं चल सकी थी क्योंकि इसपर सुप्रीम कोर्ट का निर्देश आ गया था. कोर्ट ने फिलहाल जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर स्टे लगाया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here