छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को राज्य के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा के प्रसिद्ध दंतेश्वरी मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने माता के मंदिर में 11 किलोमीटर लंबी चुनरी चढ़ाई।
अधिकारियों के अनुसार लाल रंग की यह चुनरी अभी तक इस मंदिर में चढ़ाई गई सबसे लंबी चुनरी है। इसे ‘दंतेवाड़ा नेक्स्ट’ (DANNEX) में काम करने वाली महिलाओं ने तैयार किया था।
बघेल यहां अपने विधानसभावार जन संपर्क अभियान ‘भेंट मुलाकात’ के हिस्से के तौर पर आए थे। यहां उन्होंने मां दंतेश्वरी देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसी दौरान चुनरी चढ़ाई गई।
अब रक्तपात से थक चुके हैं बस्तर के लोग
मुख्यमंत्री ने कहा, बस्तर प्राकृतिक सुंदरता और भाईचारे का स्थान है जिसका दंतेवाड़ा हिस्सा है। यहां लोग रक्तपात से थक चुके हैं और शांति चाहते हैं। क्षेत्र फिर शांति की ओर लौट रहा है।
नक्सलवाद का उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि पुलिस निगरानी सघन की गई है। पहले जहां गोलियों और धमाकों की बातें आम थीं अब उसे डैनेक्स जैसी पहलों के लिए जाना जाता है।
बघेल ने कहा कि हमारी सरकार के जनता केंद्रित कार्यों और योजनाओं की वजह से यहां बदलाव आ पाया है। उन्होंने कहा कि अब बस्तर के दूरदराज के क्षेत्रों में भी ये योजनाएं पहुंच रही हैं।
उन्होंने कहा कि रोजगार की उपलब्धता और लोगों को स्वरोजगार को लेकर प्रोत्साहित करने के लिए भी काम किए जा रहे हैं और यह नक्सवाद की समस्या से निपटने का एक तरीका है।
जानिए क्या है दंतेवाड़ा नेक्स्ट या DANNEX
बता दें कि ‘दंतेवाड़ा नेक्स्ट’ एक कपड़ा निर्माता कंपनी है जिसे जिला प्रशासन ने पिछले साल जनवरी में शुरू किया था। इस समय दंतेवाड़ा जिले में इस कंपनी की की पांच इकाइयां हैं।
इस कंपनी में काम करने वाली करीब 300 महिलाओं ने सात दिनों में 11 किमी लंबी इस चुनरी को तैयार किया था। माना जा रहा है कि इससे उनकी कला को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी।
डैनेक्स में काम करने वाली महिलाएं 8000 मीटर लंबी चुनरी बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित कर चुकी हैं। इस चुनरी को 2017 में मध्यप्रदेश के मंदसौर में नर्मदा नदी पर चढ़ाया गया था।