मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ‘मैं आ रहा हूं’ का मतलब प्रदेश में फिर लूटपाट, अपहरण, अव्यवस्था, अराजकता और दंगाइयों को प्रोत्साहन देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लेकिन अब यह संभव नहीं है क्योंकि प्रदेश अब बदल चुका है। भाजपा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में मंगलवार को लोधी समाज के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले रोजा इफ्तार के सरकारी आयोजन के लिए होड़ लगती थी लेकिन अब प्रदेश सरकार ने साफ कह दिया है कि यदि धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था है तो सभी केलिए समान है। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले भारतीय आस्था को कैद किया जाता था, बहुसंख्यक वर्ग के पर्व और त्योंहार पर दंगे कराकर कर्फ्यू लगाया जाता था।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले औरेया में सपा का एक विज्ञापन जारी हुआ ‘मैं आ रहा हूं’ उसके बाद वहां सपा के एक नेता ने आठ लोगों का अपहरण कर लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में भाजपा सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया गया और बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वायर्ड का गठन किया गया। वहीं 2012 में सपा सरकार बनते ही अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर आतंकी हमले की साजिश के आरोपी आतंकी का मुकदमा वापस लिया गया था। सम्मेलन में सांसद राजबीर सिंह, सांसद मुकेश राजपूत, नरेंद्र कश्यप, विपिन वर्मा डेविड, विमलेश वर्मा मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि एक दिल्ली वाले हैं जिन्होंने कोरोना के समय दिल्ली से सबसे पहले यूपी और बिहार के लोगों को बाहर निकाला था। उन्होंने कहा कि अब वही लोग यूपी विधानसभा चुनाव आते ही यहां दौरे कर रहे है। उन्होंने कहा कि भगवान राम को गाली देने वाले लोग अब अयोध्या में रामलला के दर्शन करने पहुंच रहे है। उन्होंने कहा कि जिनसे एक छोटा सा दिल्ली नहीं संभला वे देश के सबसे बड़े प्रदेश की बात कर रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में सबसे अधिक शासन किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो बदहाली, अराजकता, गरीबी और अव्यवस्था थी उसके लिए कांग्रेस है जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बाद सपा और बसपा ने शासन किया। तीनों दलों के नेताओं से पूछा जाना चाहिए कि आखिर उन्होंने प्रदेश के हित में कुछ क्यों नहीं किया।
अब विपक्षी दलों को आइसोेलेशन में भेजने का समय
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान केंद्र व प्रदेश सरकार, आरएसएस और भाजपा ही लोगों की सेवा करते हुए दिख रहे थे। जबकि विपक्षी दलों के नेता घर में आइसोलेट हो गए थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में उन दलों के नेताओं को फिर आइसोलेट करने का समय आ गया है।
बाबूजी की स्मृतियों के जरिये लोधी समाज को साधा
भाजपा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की स्मृतियों के जरिये लोधी समाज को साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबूजी के अंतिम संस्कार और तेरहवीं पर आयोजित ब्रह्मभोज में उमड़ा जनसैलाब लोकनेता और जननेता होने का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बाबूजी ने देश व धर्म के लिए जीवन समर्पित किया। उन्होंने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को ढांचा ढहने के बाद ऐसा कोई विपक्षी दल का नेता नहीं था जो बाबूजी को कटघरे में खड़ा कर रहा था। उन्होंने कहा कि लोधी समाज अपने लिए नहीं बल्कि देश व धर्म के लिए मरने-मारने वाला समाज है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने एटा मेडिकल कॉलेज का नाम बाबूजी की भावना के अनुरूप वीरांगना अवंति बाई लोधी के नाम पर किया है। प्रदेश के सबसे बड़े कैंसर अस्पताल का नाम बाबूजी के नाम पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि बुलंदशहर मेडिकल कॉलेज का नाम भी बाबूजी के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि देश व धर्म के लिए जीवन समर्पित करने बाबूजी को यह सरकार व समाज की श्रद्धांजलि है।