उत्तराखंड में फिर फटा बादल, भू स्खलन की चपेट में आए 82 लोग फिर….

कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर दोपहर को बादल फटने से आए भू स्खलन की सूचना पर तुरंत प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया और मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरु किया गया। मौके पर पहुंची एसडीआरफ, कालसी थाना पुलिस और तहसील प्रशासन की टीम की प्राथमिकता भू स्खलन से आए मलबे की चपेट में आए लोगों को बचाना था, जिसके लिए आप्रेशन शुरु कर दिया गया। बादल फटने की सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों की भीड़ भी मौके की ओर उमड़ पड़ी। मौके पर पहुंच कर पता चला यह सारी कवायद मॉक ड्रिल के तहत की जा रही है। शनिवार को प्रशासन ने बरसात में आने वाली प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया।

इसके लिए कालसी-चकराता मार्ग के भू स्खलन जोन जजरेड़ में मॉक ड्रिल की गई। मॉक ड्रिल की पूरी कार्रवाई को देहरादून में जिलाधिकारी कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से संचालित कराया जा रहा था। जिलाधिकारी का निर्देश मिलते ही एसडीएम कालसी मय पुलिस फोर्स और एसडीआरएफ जजरेड़ पहुंची। जिसके बाद पूरी कार्रवाई शुरु की गई। मॉक ड्रिल के दौरान भू स्खलन में फंसे 82 लोगों को सकुशल निकाला गया, जिनमें चौदह बच्चे भी शामिल थे। दो लोगों को गंभीर चोटें आई जबकि दो लोगों को हल्की चोटें आई। सभी घायलों को उपचार के लिए पीएचसी कालसी भेजा गया। इसी के साथ प्रशासन की मॉक ड्रिल समाप्त हुई। मॉक ड्रिल में एसडीएम के साथ ही तहसीलदार रूप सिंह, थानाध्यक्ष ऋतुराज सिंह, सेना और एसडीआरएफ के जवानों ने भाग लिया।

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