CM योगी ने शुरू किया पल्‍स पोलियो अभियान, यूपी के 3 करोड़ 40 लाख बच्चों को दी जाएगी खुराक

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पोलियो टीकाकरण अभियान की आज शुरूआत की है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित वीरांगना अवन्ती बाई महिला चिकित्सालय में पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियों ड्रॉप पिलाकर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बता दें कि, राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (NID) की शुरुआत देशभर में 17 जनवरी से होने वाली थी, लेकिन 16 जनवरी से शुरू हुए कोरोना टीकाकरण अभियान के चलते इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया था।

पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘आज पूरे देश में ‘पोलियो राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस’ मनाया जा रहा है। आइए, हम सभी प्रदेशवासी राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण अभियान से जुड़कर पोलियो के प्रति समाज को जागरूक करें।’ पल्स पोलियो अभियना की शुरूआत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हम सब जानते हैं कि थोड़ी सी लापरवाही कैसे बच्चे के भविष्य को खराब कर सकती है। पोलियो के ऐसे अनगिनत मामले हम सबको पहले देखने को मिले हैं, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन और उसके साथ यूनिसेफ जैसी संस्थाओं के सहयोग से भारत ने अपने देश की आबादी को पोलियो जैसी बीमारी से बचाने में बड़ी भूमिका निभाई है।’

सीएम ने कहा, ‘भारत में पोलियो का अंतिम मामला 2010 में आया था। मार्च 2014 में देश को पोलियो से मुक्त घोषित कर दिया गया। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नाइजीरिया में पोलियो के मामले सामने आ रहे हैं। पोलियो का संक्रमण भारत के बच्चों में न हो जाए इसलिए ये अभियान निरंतर चलाने की जरूरत है।’ इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई बच्चा भले ही किसी एक परिवार में पैदा हुआ है, लेकिन वो एक राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है। एक स्वस्थ और सशक्त भारत के नर्माण के लिए हर नागरिक का स्वस्थ रहना आवश्यक है। इसके लिए समय-समय पर भारत सरकार के सहयोग से कई अभियान राज्य सरकार चलाती है। बीते एक साल से आपने इस बात को महसूस भी किया होगा।

चिकित्सकों, हेल्थ वर्कर्स ने पिछले एक साल में ये साबित किया है कि भले के किसी परिस्थिति के कारण यूपी के अंदर हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर बेकार रहा हो, लेकिन हमारा आत्मबल, टीम वर्क और दृढ़ इच्छा शक्ति हमें परिणाम देने में किसी से पीछे नहीं रखेगी। योगी ने कहा, ‘पीएम मोदी के नेतृत्व में बीते कुछ सालों के दौरान हमें हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्रदेश के अंदर मजबूत करने में सफलता मिली। आज उसका परिणाम है कि 1947 से लेकर 2016 तक प्रदेश में कुल 12 मेडिकल बने थे। बीते चार सालों में प्रदेश में 30 नए मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। यूपी के अंदर जब कोरोना का पहला केस आया था तब हमारे पास जांच की सुविधा नहीं थी। आज यूपी देश के अंदर रोजाना दो लाख तक टेस्ट करने में सक्षम है। प्रदेश के अंदर कोई भी जिला ऐसा नहीं है जहां कम से कम 10 वेंटिलेटर नहीं है।

इस दौरान बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि दिल्ली 1.75 करोड़ की आबादी का राज्य है, वहां कोरोना से 10,500 से ज़्यादा मौतें हुई हैं। उत्तर प्रदेश 24 करोड़ की आबादी का राज्य है लेकिन यहां मात्र 8,500 मौतें हुई हैं।

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