सीएम योगी का अखिलेश पर निशाना- अब्बाजान के वैक्सीन लगवाते ही सब लगवाने लगे

विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही तो दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि देने के साथ खत्म हो गई, लेकिन विधानपरिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर जमकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री योगी ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा कि जब अब्बाजान ने वैक्सीन लगवा ली, तब बोले कि हम भी लगवाएंगे। इस पर सपा सदस्य भड़क गए और वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा काफी तकलीफदेह है। वहीं, नरेश उत्तम ने कहा कि एक संन्यासी मुख्यमंत्री के मुंह से इस तरह की भाषा उचित नहीं है। हंगामे के दौरान ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा को मुस्लिमों का वोट तो चाहिए, पर अब्बाजान शब्द से परहेज है।

मुख्यमंत्री ने जब अखिलेश का नाम लिए बिना निशाना साधा तो नरेश उत्तम, राजपाल कश्यप, संजय लाठर, राजेश यादव और संतोष यादव सनी समेत सपा के सभी सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। राजपाल कश्यप ने कहा, हम इस भाषा कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं, संजय लाठर ने कहा कि सीएम खुद अपराधी हैं, उन्होंने कोरोना से 40 लाख लोगों को मरवा दिया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने जब अपने सदस्यों को सीट पर बैठने के लिए कहा तो वे नहीं बैठे। इस पर नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि नेता विरोधी दल असहाय हैं। उनके सदस्य उनकी बात ही नहीं सुनना चाहते। योगी ने कहा कि सपा सदस्य कम से कम नेता प्रतिपक्ष का सम्मान करना तो सीखें।

वार-पलटवार
‘अब्बाजान’ पर राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि सपा सदस्य उर्दू भाषा का विरोध क्यों कर रहे हैं?
इस पर सपा के संतोष यादव सनी ने कहा, विधानसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम को टिकट न देने वाली भाजपा को उर्दू भाषा के शब्दों की बड़ी चिंता हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा- एक पार्टी के सांसद तालिबान का समर्थन कर रहे हैं। ऐसे लोग हमें संसदीय शब्दों की परिभाषा न समझाएं।

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